आप जंग जारी रखिए,,,आलोचना उसी की होती है जिसमें दम होता है। युवा को सोंच में क्रांति लाने की जरूरत है ये कहना है चर्चित इंटरनेशनल युवा राईटर,एक्टर,रिसर्चर व मोटीवेशनल स्पीकर विश्वनाथ देवांगन उर्फ ‘मुस्कुराता बस्तर’ का। विगत दिनों इस युवा हस्ताक्षर को उनके साहित्य समाजसेवा व नवाचारी गतिविधियों के लिए भव्या इंटरनेशनल एवं भव्या फाऊंडेशन जयपुर राजस्थान द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय मैत्री सम्मेलन में उनको “अन्तर्राष्ट्रीय रेड डायमंड एचीवर अवार्ड-2020-21” से सम्मानित किया। कोविड के चलते वे वहां पहुंच नहीं पाये थे। गत 27 अक्टूबर को संस्थान ने उनके निवास तक सम्मान पत्र और ट्राफी पहुंचाकर दिया। विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले इस होनहार को देश दुनिया के सामने लाकर सम्मानित किया है,और उनके नवाचार,किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा के साथ हौसला अफजाई की है। इस अवसर पर मीडिया से खास बातचीत में विश्वनाथ देवांगन ने कहा कि- मेरा मानना है कि पीछे मुड़कर देखने वाले का आत्मविश्वास कमजोर होता है। परिस्थितियों को डटकर मुकाबला करना। आलोचनाओं को हंसकर सजगता से परिणाम में बदलता ही कर्मवीरों की निशानी है। ठीक कहा है कि आलोचना उसी की होती है जिसमें दम होता है। निंदक नियरे राखिए आंगन कुटी छबाय।आप जंग जारी रखिये देर सबेर जीत निश्चित है।
सामाजिक और आज के परिवेश में कई बाधाएँ आकर हमारा मनोबल तोड़ने का प्रयास करेंगी पर जीत कर दिखाना ही मंजिल की पहली सीढ़ी है। मेरा युवा को यही संदेश है कि आपको कोई हरा नहीं सकता जब तक आप खुद हार नहीं मान लेते। हमारी सोंच और कर्म हमारी ताकत होना चाहिए। ये छोटी सोंच हमारे स्तर को लंगड़ा,बौना कर देता है। ऐसी नकारात्मक सोच वाले तो बिलकुल भी नहीं बनना। खुद में दम रखिये जोश में होश के साथ उमंग रखिये,आप हैं जिंदाबाद। आज युवा को सोंच में क्रांतिकारी बदलाव की जरूरत है।
बस्तर जैसे क्षेत्र से अंतरराष्ट्रीय पटल पर चर्चित एवं खोजी लेखन शैली के लिए जाने जाने वाले इस युवा हस्ताक्षर ने अपनी कलम की ताकत के बल पर न केवल देश में बल्कि दुनिया के अनेक हिस्सों में अपनी विशिष्ट पहचान बनाते हुए युवा दिलों में खास जगह बनाई है और उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत ‘युथ आइकन’ बने हैं । इन्हें ‘इंटरनेशनल रेड डायमंड एचीवर अवार्ड-2020-21’ से सम्मानित किए जाने पर कई विशिष्ट जनों एवं शुभचिंतकों ने बधाई एवं शुभकामना दी है ।