जनसुविधा जितनी सुगमता से लोगों तक पहुंचेगी,उनका जीवन उतना ही आसान होगा…ड्राइविंग लाइसेंस,वाहन का पंजीयन प्रमाण पत्र (आरसी) समेत 22 तरह की सेवाओं के लिए अब परिवहन कार्यालय (आरटीओ) का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा…आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सात दिनों में दस्तावेज स्पीड पोस्ट के माध्यम से लोगों के घर पहुंच जाएगा

520

रायपुर:छत्तीसगढ़ में ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन का पंजीयन प्रमाण पत्र (आरसी) समेत 22 तरह की सेवाओं के लिए अब परिवहन कार्यालय (आरटीओ) का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सात दिनों में दस्तावेज स्पीड पोस्ट के माध्यम से लोगों के घर पहुंच जाएगा। आरटीओ से दस्तावेज स्पीड पोस्ट किए जाने के साथ आवेदक को एक ट्रेकिंग आइडी मोबाइल पर प्राप्त होगा। इसके माध्यम से यह देखा जा सकेगा की डाक कहां पहुंची है। इस योजना को तुंहर सरकार तुंहर द्वार अब पहुंचाही जरूरी कागजात आपके द्वार नाम दिया गया है। मंगलवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसकी शुरुआत की।

ड्राइविंग लाइसेंस और पंजीयन संबंधी सेवाओं को आधार से एकीकृत करने वाला छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम में राज्य के विभिन्न जिलों से वाहन डीलर भी शामिल हुए। उन्होंने परिवहन विभाग के इस पहल की तारीफ की। कहा कि इससे उपभोक्ताओं की संतुष्टि बढ़ेगी।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री बघेल व परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने इस सुविधा के तहत आवेदकों को स्पीड पोस्ट से भेजे जाने वाले ड्राइविंग लाइसेंस और पंजीयन प्रमाण पत्र प्रवर अधीक्षक डाकघर रायपुर संभाग बीएल जांगड़े और सहायक अधीक्षक डाकघर रायपुर जेएस पारधी को सौंपा। कार्यक्रम में परिवहन मंत्री मो.अकबर, बस्तर सांसद दीपक बैज, सीएम के सलाहाकर राजेश तिवारी, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, सीएम के एसीएस सुब्रत साहू और परिवहन विभाग के सचिव डा. कमलप्रीत समेत अन्य लोग मौजूद थे।

आधार से जुड़ेगा लाइसेंस और आरसी 
परिवहन उपायुक्त दीपांशु काबरा ने बताया कि राज्य में अब ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी बुक को आधार से लिंक किया जा रहा है। ऐसा करने वाला छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है। उन्होंने बताया कि इससे वाहन स्वामी का सही पता और जानकारी उपलब्ध रहेगी। इससे अपराध रोकने और उसकी जांच में भी मदद मिलेगी। काबरा ने बताया कि घर पहुंच सेवा शुरू होने से परिवहन कार्यालयों में भीड़ खत्म होगी। साथ ही बिचौलियों को लेकर होने वाली शिकायत भी कम होगी। नए लाइसेंस के मामले में आवेदक को केवल एक बार टेस्ट देने के लिए आना होगा। बाकी अन्य किसी भी काम के लिए कार्यालय आने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

इन सेवाओं की मिलेगी घर पहुंच सुविधा
परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि इस नई सुविधा में लाइसेंस की 10 और वाहन से सबंधित 12 सेवाएं घर पहुंचाकर दी जाएगी। इसमें नए वाहनों का पंजीयन, पुराने वाहनों का आरसीसी में संशोधन, नए ड्रायविंग लाइसेंस व पुराने लाइसेंस में कराए जाने वाले परिवर्तन के बाद ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी समेत अन्य सेवाएं शामिल हैं।

सुगम जन सुविधा से आसान होता है लोगों का जीवन
योजना की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सरकार की स्पष्ट सोच है कि जनसुविधा जितनी सुगमता से लोगों तक पहुंचेगी, उनका जीवन उतना ही आसान होगा। सरकार गठन के बाद से हर क्षेत्र में हम इसी दिशा में काम कर रहे हैं। सरकार सेवाओं में तेजी के साथ ही उसकी गारंटी भी सुनिश्चित कर रही है। पिछले पांच वर्षों में दुनिया में तकनीक के साथ हालात भी तेजी से बदले हैं। इससे देश और प्रदेश भी अछूता नहीं है। अब नई परिस्थितियों के हिसाब से नए तौर तरीके अपनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोरोना का दौर शुरू होने के बाद जो मुश्किलें सामने आई उन्हीं मुश्किलों के बीच से रास्ते भी निकल कर आ रहे हैं। परिवहन विभाग का यह प्रयास भी ऐसी ही कोशिश है।

Live Cricket Live Share Market

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here