यूके के बर्मिंघम में रहने वाली चार साल की दयाल कौर को बेबी आइंस्टीन कहा जाता है। दयाल ने हाल ही में विश्व के सम्मानित क्लब मेनसा में स्थान प्राप्त कर सभी को चौंका दिया है।
शायद आपको पता हो कि स्टीफन हॉकिंग और अल्बर्ट आइंस्टीन दोनों का आईक्यू स्कोर 160 था। उनके बाद इस आईक्यू तक कोई नहीं पहुंच पाया, लेकिन हाल ही में एक चार साल की बच्ची दयाल कौर मेन्सा टेस्ट में 142 का स्कोर हासिल करने के बाद नेटिजन्स के दिमाग को उड़ा दिया है। ये ब्रिटिश सिख बच्ची बेबी आइंस्टीन के नाम से जानी जाती है। इस टेस्ट में अच्छा कर इस ब्रिटिश सिख लड़की ने खुद का नाम खास लोगों में शामिल कर लिया है। उनके माता-पिता की मानें, तो महज चौदह महीने की उम्र में वो फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने लगीं थीं। यूके बर्मिंघम में रहने वाली दयाल के पिता टीचर हैं।
आइंस्टीन से स्कोर महज 18 कम
मानव बुद्धि का आकलन करने के लिए मेन्सा टेस्ट किया जाता है। इस टेस्ट में दयाल ने जो स्कोर किया है, वो आइंस्टीन से महज 18 ही कम है।ये बच्ची चुटकियों में बड़ी से बड़ी पहेली को हल कर देती हैं। महज दो साल की उम्र में उन्होंने सौर मंडल के सभी ग्रहों के नाम बताने शुरू कर दिए थे। बेटी की विलक्षण बुद्धि से माता-पिता बेहद खुश हैं। पिता को उम्मीद है कि वह किसी दिन नोबेल शांति पुरस्कार जीतेगी। दयाल आगे चलकर एक खगोलविद बनना चाहती हैं।