कमलेश:अगर आपको जिंदगी में कुछ भी हासिल करना है तो इसके लिए एक बेहद जरूरी शर्त है, और वो है आपके मजबूत इरादे। फिर चाहें कितनी भी मुश्किलें आएं।चुनौतियों का मुकाबला कर कामयाबी की अनोखी कहानी लिखने वाली नारीशक्ति रजनी वरवानी की कहानी हमें काफी कुछ सिखाती है।अखबारों की सुर्खियों से कोसो दूर निःस्वार्थ भाव से अपने कर्तव्य पथ पर चलना ही जीवन का मूलमंत्र है।रजनी वरवानी (वाणी) जरूरतमंद लोगों के मदद के लिए हमेशा तत्पर रहती है।
राजस्थान की खूबसूरत शहर जोधपुर जहा मध्यम परिवार में रजनी वरवानी का जन्म हुआ।वे कहती है कि पिताजी स्व.श्री लक्ष्मण दास ने बचपन से ही परोपकार का पाठ पढ़ाया सो मदद की भावना पता नही कब मेरे जिंदगी का अहम हिस्सा बन गई है। माताजी माया वरवानी ने प्रकृति के सभी रचनाओं को प्यार करना सिखाया।पशु,पक्षी,पौधे जंगल सभी से संवाद करके उनके प्रति आभार प्रकट करना घर के वातावरण में ही सम्मिलित था।मेरी बड़ी बहन हमेशा साये की तरह लोगो के मदद में मार्ग प्रशस्त करती है।
जिंदगी का सफर काफी रोचक रहा है मुझे अपने देश से बाहर कुछ समय के लिए अरेबिन कंट्री में रहना पड़ा।मातृभूमि के प्यार को दिल मे लिए हमेशा देश के लोगो के लिए कुछ करने का जज्बा था।देश की मिट्टी की सौंधी खुशबू मुझे फिर से भारत लौटने पर मजबूर कर दिया।मेरे अपने भारतीय जो काफी गरीबी स्थिति में रह रहे है सभी के मदद के लिए संकल्प लिया।जरूरतमंदों के इलाज से लेकर आवश्यक चीजो में व्यतिगत रूप से सहयोग का कारवां चल पड़ा जो अभी तक अनवरत जारी है।
मिशन कन्यादान
जरूरतमंद ऐसे परिवार जो विवाह करने में सक्षम नही है उनके लिए रजनी वरवानी ने मिशन कन्यादान शुरू की है।राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाकर लोगो की सहायता के लिए अपील की है।जिसके परिणामस्वरूप काफी सारे लोगो ने सहयोग का हाथ आगे बढ़ाया है।एनडी अमिता मिश्रा,नीता राज गांधी,राज गांधी,माया वरवानी,रश्मि शर्मा,सुनील शर्मा,महेश चौधरी सभी मिलकर विशेष सहयोग कर रहे है।
अपने जीवन में हौसले विश्वास से किया पिछले कोरोना से इस कोरोना तक का सफर
मैं रजनी वरवानी पिछले साल कोरोना महामारी को देखकर उसमें हजारों गरीबों लोगों को दवाइयों के लिए परेशान देखकर,उनमें से कई सारे ऐसे लोग थे जिनके नौकरियां चली गई,काम धंधे बंद हो गए जिसके कारण उनका दो वक्त की रोटी पाना मुश्किल हो गया था। उन सब के लिए मेरे मन में कुछ करने की प्रेरणा जागृत हुई और उस दिन एक मिशन पर लग गई मिशन था गरीब और असहाय लोगों की मदद करना इसकी प्रेरणा मुझे मेरी माता माया वरवानी जी से मिली जब मैंने अकेले ही इस मदद का सिलसिला शुरू किया तो पीछे पीछे दोस्तो का काफिला भी जुड़ता चला गया और हम सब ने मिलकर गरीबों के लिए दवाइयां खाना कंबल दूध बिस्किट इन सब लोगों का इंतजाम करना शुरू कर दिया अब एक बार फिर से कोरोना महामारी की लहर शुरू हो चुकी है तो फिर से मेरा मिशन शुरू हो चुका है।
समय-समय पर मिशन को आगे बढ़ाने के लिए मुझे अपने गुरुदेव श्री मनीष जी गौड़ से परामर्श एवं उनका मार्गदर्शन मिलता रहता है और उन्ही के मार्गदर्शन पर यह संभव हो पाया है कि मैं इस मिशन को आगे बढ़ाने के लिए जोधपुरी नहीं बल्कि मेट्रो सिटी मेरे फॉरेन कांटेक्ट है वहां से भी मदद का सिलसिला शुरू हो गया है एक बार फिर से मैं धन्यवाद देना चाहूंगी मेरी माता जी माया वरवानी और गुरुदेव मनीष गौड़ जी को जो मुझे समय-समय पर आत्मबल और प्रोत्साहन देते हैं कि मैं गरीबों के लिए कुछ कर सकूं.
नारीशक्ति ने घर से बाहर निकलकर जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में पुरुषों के समान अपनी सहभागिता निभाई है। साहित्य सृजन के क्षेत्र में वह महाश्वेता देवी हैं तो विज्ञान के क्षेत्र में कल्पना चावला। समाज कल्याण के क्षेत्र में वह मदर टेरेसा हैं तो राजनीति के क्षेत्र में वह स्वर्गीय श्रीमति इंदिरा गाँधी जैसी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की नेता के रूप में स्थापित।सत्यदर्शन लाइव नारीशक्ति की प्रतीक रजनी वरवानी को सैल्यूट करता है।और आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता है आप ऐसे ही लोगो की मदद करते रहें।
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