कमलेश यादव:-“अगर किसी चीज़ को शिद्दत से चाहो तो पूरी क़ायनात उसे आपसे मिलाने की कोशिशों में लग जाती हैं।” वास्तव में यह शिद्दत और जुनून ही होता है जिसके दम पर तमाम युवा अपनी एक अलग पहचान बनाने में सफल होते हैं और कामयाबी के शिखर तक का सफ़र तय करते हैं। उन्हीं में से एक है छत्तीसगढ़ राज्य के रायगढ़ जिले के सारंगढ़ की रहने वाली सुश्री आर्या नन्दे ।पूरी दुनिया में अपनी प्रतिभा और ओडिसी नृत्य के चलते अपनी एक अलग छाप छोड़ने वाली आर्या नन्दे आज एक चर्चित नाम हैं और संघर्षों के रास्ते से निकलकर खुद को स्थापित करने की चाह रखने वालों के लिए एक मिसाल भी।अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ओडिसी नृत्य द्वारा भारत का नाम रोशन कर रही है।
आर्या नन्दे बचपन से ही प्रतिभावान लड़की है।नृत्य जैसे जीने की वजह बन गई हो।पिताजी श्री रविन्द्र नाथ नन्दे हमेशा से ही प्रोत्साहित किये है।माताजी श्रीमती विनीता नन्दे ने भी अनुशासन का पाठ पढ़ाया है।नृत्य में पारंगत होने का मुख्य श्रेय जाता है गुरुजी डॉ.गजेंद्र कु.पांडा को जिनके अथक मेहनत के बलबूते आज इस मुकाम तक पहुंच पाई हूँ।डांस अकेडमी त्रिधारा भुवनेश्वर से विधिवत शिक्षा ग्रहण करके नृत्य की बारीकियों को सीखते हुए मन मे यही भाव रहा कि”वास्तव में नृत्य ईश्वर की सच्ची आराधना है”।आगे की शिक्षा चंडीगढ़ विश्वविद्यालय से MA (ओडिसी नृत्य) में हुआ है।
यह सच है कि नृत्य पर अपनी छाप छोड़ना अपने आप में ही संघर्ष की एक दास्तान होती है, लेकिन अगर व्यक्ति में हौसला और जुनून हो तो कोई न कोई बेहतर मुकाम हासिल कर ही लेता है।देश विदेश में अनेको सम्मान से नवाजा जा चुका है।गवर्नर अवार्ड,नित्यश्री अवार्ड,मैजिक बुक में विश्व रिकार्ड दर्ज,भारत सम्मान,गुरुदेवप्रसाद दास अवार्ड,मलेशिया के माननीय स्वास्थ्य मंत्री द्वारा अवार्ड,ICRC India अवार्ड,छत्तीसगढ़ के राज्यपाल द्वारा सम्मान।
कला को लेकर संजोये सपने ने विभिन्न देशों में अपनी प्रतिभा को दिखाने का मौका मिला।विश्व प्रसिद्ध चक्रधर समारोह,सिंगापुर गोल्ड मेडल,Bharain अंतर्राष्ट्रीय स्टेज,दुबई,विश्व प्रसिद्ध कोणार्क फेस्टिवल,भारत उत्सव नई दिल्ली,Bashaki festival awards गवर्नर ओडिसी,फ़िल्म फेस्टिवल मुम्बई,जापान में अपनी नृत्य के माध्यम से लाखों लोगों के दिल मे जगह बनाई है।
जीवन हमें जीने के केवल दो विकल्प देता है – कुछ लोग अपने लक्ष्य का पीछा करते हैं और सफलता का साम्राज्य स्थापित करते हैं, वहीं कुछ अपनी असफलता के लिए प्रतिकूलताओं को दोष देना पसंद करते हैं। कायदे से देखें तो जीवन हर किसी को अपनी इच्छाओं को पूरा करने का भरपूर अवसर देता है।आर्या नन्दे की कहानी से युवाओं में नई ऊर्जा का संचार होगा।सत्यदर्शन लाइव चैनल प्रेरणादायी व्यतित्व की धनी आर्या नन्दे की उज्ज्वल भविष्य की कामना करता है
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