कहानियों का अपना एक अलग ही दुनिया है जो सीधे तौर पर हमारे जीवन को प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करता है।कहानियां आपकी ज़िन्दगी बदल सकते है। दोस्तों जिंदगी में कुछ पाना हो, करना हो उन सभी के लिए प्रेरक प्रसंग बहुत की उपयोगी सिद्ध होते है। यह हमे मोटीवेट करते है, क्योंकि जब तक हमारे जीवन में कोई प्रेरक प्रसंग नही होगा, तब तक हम आगे बढ़ नही सकते और ना ही सफल हो सकते है।कई लोगो में सेल्फ मोटिवेशन होता है। जब की कुछ लोग बाहरी प्रेरणा से, प्रेरक प्रसंगों से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करते है।आज हम ऐसे ही 13 साल के बच्चे का कहानी लेकर आएं है,जो इतनी छोटी सी उम्र में प्रेरणात्मक कहानी लिखता है।
कश्मीर का एक 13 साल का बच्चा अपनी कहानियां कहने और लिखने की अनूठी कला के लिए इलाके में मशहूर हो गया है। वह छोटी-छोटी कहानियां, लेख और ऐसी लघु कथाएं लिखता है जिसे इलाके के बड़े बड़े लेखक भी पसंद कर रहे हैं। इतनी कम उम्र में प्रेरणात्मक लेख उसे पसंद किए जाने की सबसे बड़ी वजह है।
सातवीं कक्षा के ताबिन रेयाज दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के रहने वाले हैं। उनके पिता भी दूसरों को प्रेरित करने वाली कहानियां लिखने में हस्तसिद्ध हैं। जीवन की चुनौतियों से जुड़ी कहानियां लिखने के लिए उन्हें बेहद पसंद किया जा रहा है। उनकी कहानी Overconfidence- the giant killer को सोशल मीडिया पर भी खूब शेयर किया जा रहा है। ताबिन भी एक किताब लिख रहे हैं जो अगले कुछ महीनों में पूरी हो जाएगी। कम उम्र में इस तरह के प्रयासों के लिए उनके परिवार को भी उन पर बेहद गर्व है।
ताबिन को बचपन से ही जनरल नॉलेज में दिलचस्पी थी और वह अपने आसपास होने वाली महत्वपूर्ण घटनाओं को नोट करते थे। वह एक लेखक बनना चाहते हैं और अपने देश और कश्मीर को गौरवान्वित करना चाहते हैं। उनका मानना है कि उनकी छोटी-छोटी प्रेरणात्मक कहानियां माता-पिता, छात्र और टीचर्स सभी के लिए हैं। वे एक सप्ताह में लगभग 25 लेख और आठ से नौ लघु कथाएं लिख लेते हैं। उनके पिता रेयाज अहमद का मानना है कि ताबिन में एक सफल व्यक्ति बनने की पूरी क्षमता है और इसके लिए वे हमेशा उनका साथ देंगे। उन्होंने कहा कि दूर-दराज के ऐसे ग्रामीण क्षेत्र में किसी लड़के का महत्वाकांक्षी होना बड़ी बात है इसलिए उन्हें अपने बेटे पर गर्व है।