मिलिए इस खास शख्सियत से जिन्होंने रामलीला के माध्यम से पूरी दुनियां को एक सूत्र में बंधने का संदेश दिया है…छत्तीसगढ़ के कण कण में बसे है राम… श्री सत्य सांई राम लीला मंडली की अनोखी राममय यात्रा

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कमलेश यादव:कुछ दिनों पहले टेलीविजन पर आप सभी ने रामायण सीरियल का पूरे परिवार के साथ लुफ्त उठाये।यहां तक बच्चो के मन को भगवान राम की कहानी बहुत प्रभावित किया है।इसका असर ऐसे हुआ कि खेल खेल में रामायण के दोहे और चौपाई गली मोहल्ले में सुनने मिल जाया करते हैं।आज हम बात करेंगे कुछ ऐसी ही शख्सियत से जिन्होंने रामलीला को अपने जिंदगी का मकसद बनाया है, आपको लेकर चलते है भगवान राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में जहा महंत लिखन दास के द्वारा रामलीला पार्टी श्री सत्य सांई राम लीला मंडली ग्राम बेलौदी कई दशकों से दर्शकों के मन को खूब भा रहा है।भारत के विभिन्न राज्यों के लाखो दर्शकों ने राम लीला को पसंद किया है।

राम रतन धन जिसे मिल गया उसे किसी प्रकार की तत्व ज्ञान की क्या जरूरत।रामलीला के संचालक लिखन लाल का जन्म अत्यंत गरीब मजदुर किसान परिवार में ग्राम बेलौदी में सन् 09 जुलाई 1963 को हुआ था।बचपन से ही आध्यत्म में विशेष रुचि की वजह से महज 7 वर्ष की आयु में रामलीला में छोटे से अभिनय से शुरुआत हुई।16 वर्ष की आयु में अलग अलग पात्रो का बेजोड़ अभिनय करते हुए दर्शको के मन को खूब भाया।रामलीला मण्डली का संचालन भी 16 वर्ष की आयु से अनवरत आज भी उसी ऊर्जा के साथ जारी है।देश के विभिन्न शहरों में जैसे इलाहाबाद (प्रयाग) उज्जैन हरिद्वार अयोध्या नागपुर, गोंदिया,कटनी,जबलपुर,दुर्ग,भिलाई,रायपुर,राजिमकुम्भ , उडीसा,महाराष्ट्र,मध्यप्रदेश,उत्तरांचल,उत्तरप्रदेश,में सफल मंचन किया गया है।

अयोध्या में मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया
हाल ही में,भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में भव्य रामलीला का आयोजन किया गया इस अवसर पर देश के अलग-अलग हिस्सों के कलाकारों ने अयोध्या पहुंचकर अपनी प्रस्तुति दी। इस मौके पर भगवान श्रीराम के ननिहाल के कलाकारों ने भी अयोध्या पहुंचकर अपनी प्रस्तुति दी। सबसे अहम बात ये है कि रामलीला का मंचन महिला कलाकारों ने किया। कलाकारों की प्रस्तुति देखकर मंत्रमुग्ध हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छत्तीसगढ़ के सभी कलाकारों को सम्मानित किया हैं।

उद्देश्य
सत्य की ज्योति को अपने हाथों में थामे महंत लिखन लाल ने अनेको जिंदगी को बदला है।उन्होंने अभिनय करते करते भगवान राम के आदर्शों को पूरे समाज के समक्ष रखते हुए जनकल्याण का संदेश दिया है।जिस प्रकार मानव मूल्यों का हनन वर्तमान की गम्भीर चुनौतियों में से एक है। इसीलिए खासकर युवाओं में संस्कार की शिक्षा को आदर्शो के साथ जीवन में उतारने का वक्त आ गया है।भारतीय संस्कृति,जन कल्याण,परिवार कल्याण,साक्षरता अभियान,पर्यावरण संबंधी,बेटी पढाओ बेटी बचाओं , सनातन धर्म प्रचार जैसे विषय मंच से सन्देश दिया जाता है।

वैसे भगवान राम को लेकर ऐसे कितने ही प्रमाण छत्तीसगढ़ में देखने और सुनने को मिलते हैं. यही वजह है कि राम जी को लेकर छत्तीसगढ़ियों के मन में आगाध आस्था दिखती है. भगवान राम के प्रति आस्था का एक बड़ा प्रमाण महंत लिखन लाल द्वारा श्री सत्य सांई राम लीला मंडली (रामलीला) का संचालन हैं।राम छत्तीसगढ़ के कण-कण में हैं. छत्तीसगढ़ियों के रग-रग में हैं.सत्यदर्शन की पूरी टीम आस्था का केंद्र छत्तीसगढ़ के धरती को बारम्बार नमन करता हैं।

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