*बस्तर के खेतों में उगाई गई जड़ी बूटियों से तैयार किया जाता है, दुर्लभ तथा बेहद और असरकारी आयुष हर्बल काढ़ा,
*विश्व स्वास्थ्य संगठन से गुणवत्ता प्रमाण पत्र सहित कई प्रमाण पत्र प्राप्त हुए हैं, इस आयुष हर्बंल काढ़ा को,
*कोरोना से लड़ने में मदद करता है यह अनूठा इम्यून पावर बूस्टर हथियार “आयुष काढा”, स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार का दावा
संभागीय मुख्यालय जगदलपुर से मुख्य आयुर्वेद अधिकारी डॉ जे आर नेताम की टीम मा दंतेश्वरी हर्बल प्रसंस्करण इकाई के भ्रमण व निरीक्षण, हेतु कोंडागांव पहुंची। डॉक्टरों के दल्ले मा दंतेश्वरी हर्बल समूह द्वारा उगाई गई जड़ी बूटियों तथा उनसे तैयार किए जा रहे आयुर्वेदिक उत्पादों व फूड सप्लीमेंट्स के निर्माण विधि तथा गुणवत्ता नियंत्रण की तकनीकों के बारे में विस्तार से जानकारी ली तथा प्राप्त जानकारी पर संतोष व्यक्त किया।
भ्रमण निरीक्षण के उपरांत,सभी अतिथियों को “मां दंते,श्वरी हर्बल समूह” के द्वारा अपने खेतों में उगाई गई अंतरराष्ट्रीय जैविक प्रमाण पत्र प्राप्त, तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा गुणवत्ता प्रमाण पत्र प्राप्त,, विशेष रूप से कोरोना का ऐसे ही सभी संक्रामक बीमारियों से लड़ने के लिए प्रसंशा प्राप्त, “आयुष मंत्रालय भारत सरकार” के निर्देशानुसार तैयार किए गए अद्वितीय उत्पाद, इम्यून पावर बूस्टर “आयुष काढा” कि पैकेट तथा जनजातीय चेतना, कला ,संस्कृति, साहित्य तथा समाचार कि दिल्ली से प्रकाशित होने वाली राष्ट्रीय मासिक पत्रिका ककसाड़ का अक्टूबर अंक सादर भेंट किया गया। अतिथियों के द्वारा “आयुष काढा” की पर्यावरण हितैषी पैकिंग डिजाइनिंग तारीफ की गई। चिकित्सकों के दल ने जनजाति सरोकारों की पत्रिका ‘ककसाड़’ के मुखपृष्ठ तथा विषय वस्तु और समग्र सामग्री को बेहद पसंद किया तथा इसके लिए ककसाड़ की टीम को बधाई दी एवं उन्नत भविष्य हेतु शुभकामनाएं प्रदान की।