यह कोई जरूरी नहीं कि देशभक्ति देश की सीमा पर जाकर ही दिखाई जाए। हृदय में राष्ट्रभक्तों के प्रति सम्मान की भावना रखना भी सच्ची देशभक्ति ही है। इसी प्रकार का संदेश दे रहे हैं दिल्ली पब्लिक स्कूल महेंद्रगढ़ के एक कर्मचारी। शौक ही शौक में मूर्तियां बनाना सीखने के साथ नरेश कुमार ने दर्जनों महापुरुषों की मूर्तियां बनाकर देशभक्ति का संदेश दे रहे हैं।
द्वारपाल के पद पर सेवारत नरेश कुमार में अजब की देशभक्ति की भावना भरी हुई है। विद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी रमेश कुमार झा बताते हैं कि पाली गांव के रहने वाले नरेश यादव अपनी व्यस्त दिनचर्या में से समय निकालकर देशभक्तों की प्रतिमाएं बनाते हैं। कक्षा 10वीं तक पढ़े और साधारण से दिखने वाले नरेश में असाधारण देशभक्ति है। बिना किसी प्रशिक्षण और उपकरणों से वह मिट्टी से महात्मा गांधी जवाहरलाल नेहरू, सुभाषचंद्र बोस, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, अशोक स्तंभ आदि के अलावा पशु-पक्षियों की भी अनेक मूर्तियां बनाई हैं। जो विद्यालय के आर्ट विभाग में सुरक्षित रखी हैं।
ये मूर्तियां छोटे-छोटे बच्चों के लिए भी प्रेरणादायी हैं। नरेश यादव कहते हैं कि देशभक्तों की मूर्तियां बनाकर उन्हें प्रसन्नता एवं मानसिक सुकून मिलता है। वास्तव में नरेश यादव की देशभक्ति आज के समय में सराहनीय एवं प्रेरणादायी है, वरना आज के समय में देशभक्तों को कुछ निर्धारित दिनों में याद कर लोग अपना कर्तव्य पूर्ण मान लेते हैं।