मच्छर रोधी उपायों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कसी कमर, गांव-गांव में रैली

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राजनांदगांव। स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत राजनांदगांव जिले में स्वास्थ्य विभाग मच्छर रोधी उपायों पर कोरोना के समय में भी जोर दे रहा है। इसके तहत न सिर्फ लोगों से मच्छरदानी लगाकर सोने की अपील की जा रही है बल्कि जिले की मितानिनों को भी इस बारे में लगातार दिशा.निर्देश दिए जा रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता के फलस्वरूप मच्छर रोधी उपायों के अंतर्गत हफ्ते में एक दिन विशेष साफ सफाई की जाएगी। खास तौर से जहां पर पानी जमा होता हैं, जैसे-कूलर, गमलों व अन्य जगहों को खाली किया जाएगा। फिर उन्हें सूखा करने के बाद दूसरे दिन साफ पानी भर कर उस जगह को फिर से इस्तेमाल किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि इस छोटे से प्रयास से भी मच्छरों के जीवन चक्र को समाप्त कर उन्हें पनपने से रोका जा सकता है और मलेरिया एवं डेंगू जैसे गंभीर रोगों से बचाव किया जा सकता है। इसी तरह मच्छर जनित रोगों से बचाव व नियंत्रण हेतु सप्ताह में दो दिन मितानिनों को गांव में रैली निकालने के लिए कहा गया है।

गौरतलब है कि राजनांदगांव कलेक्टर टीके वर्मा ने भी इस संबंध में सभी विभाग प्रमुख व कार्यालय प्रभारी के अधीनस्थ अधिकारी-कर्मचारियों को समन्वय से इस दिशा में सकात्मक प्रयास करने के निर्देश दे दिए हैं। इस संबंध में राजनांदगांव जिले के सीएमएचओ डॉ. मिथलेश चौधरी ने बताया किए मच्छरों के प्रकोप पर नियंत्रण के लिए सामुदायिक जागरुकता के तहत मच्छरदानी लगाकर सोने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। मितानिनें हफ्ते में दो बार गांव में रैली निकालती हैं। किसी को बुखार होने की स्थिति में गंभीरता से उसकी जांच की जा रही है। इसी तरह कहीं पर पानी जमा हो तो तेल छिड़कने की सलाह दी जा रही है, ताकि मच्छर न पनप सकें।

तैयारी इसलिए भी जरूरी
कोरोना महामारी के दौर में मच्छरों से मलेरिया या डेंगू का प्रकोप न हो जाए इसके लिए जिले का स्वास्थ्य विभाग अभी से मुस्तैद हो गया है। क्योंकि बरसात के दिनों में एडीज नामक मच्छर की सक्रियता बढ़ जाती है। इससे मरीजों में तरह-तरह के बुखार जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया या स्वाइन फ्लू जैसी घातक बीमारी के साथ ही सर्दी-जुकाम और बदन दर्द की भी शिकायतें आने लगती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पहले से ही एहतियात बरतना शुरू कर दिया है।

मलेरिया के लक्षण
मलेरिया होने पर इससे प्रभावित व्यति को सर्दी लगने लगती है और शरीर कांपने लगता है। इसके अन्य लक्षणों में सर्दी के साथ प्यास लगना, उल्टी होना, हाथ-पैरों पर ठंड लगना और बेचैनी होना आदि है। इस बीमारी में कब्जए घबराहट और बेचैनी आदि आने लगती है।

सुरक्षित रहें, मास्क जरूर लगाएं
निर्मल प्रयास का एक पर्याय इसे भी कहा जा सकता है कि, राजनांदगांव सीएमएचओ डॉ. मिथलेश चौधरी लोगों को स्वयं सलाह दे रहे हैं। अपने हर आगंतुकों, मोबाइल पर चर्चा करने वालों अथवा अन्य जिस किसी से भी चर्चा या मुलाकात हो, उन्हें यह सलाह जरूर दे रहे हैं कि, सुरक्षित रहें और घर से निकलते समय या भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से पहले मास्क जरूर लगाएं।

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