कोरोना काल में डाक विभाग भाई-बहन की दूरियों को कम कर रहा है। दरअसल, संकट की इस घड़ी में परिवारों का डाक विभाग पर विश्वास बढ़ने लगा है। अपने भाइयों की कलाई पर बंधने वाली राखियों को बहनें अब डाक के माध्यम भेजने पर जोर दे रही हैं। इधर, डाक विभाग ने भी बहनों के इस विश्वास को देखते हुए सभी राखियों को समय पर भाइयों के पास पहुंचाने का जिम्मा उठाया है। शनिवार व रविवार को छुट्टी का दिन होने के बाद भी सभी पोस्टमैन की छुट्टी रद कर दी गई है, ताकि राखियां समय पर पहुंचाई जा सकें। साथ ही बहनों द्वारा राखियां भेजने के लिए छुट्टी के दिन भी काउंटर खोलने का निर्णय लिया है।
कोरोना वायरस के चलते रक्षाबंधन पर बहनें अपने भाइयों के पास नहीं पहुंच पातीं, वे डाक के माध्यम से भाइयों तक राखियां पहुंचा रहीं हैं। पिछले वर्षों की बात करें तो इस बार काफी अधिक संख्या में बहनें डाक से राखियां भेज रहीं हैं। जिसकी बदौलत इस बार 31 जुलाई तक ही पिछले वर्ष के मुकाबले अधिक राखियों के लिफाफे भेजे जा चुके हैं।अभी भी छुटियां रद होने से राखियों के लिफाफों में बढ़ोतरी हो सकती है। हर कोई यात्रा से बना रहा दूरी
कोरोना वायरस को देखते हुए हर कोई यात्रा से दूरी बना रहा है। खासकर जो बहनें काफी दूर रह रही हैं, वें भाइयों व खुद की सुरक्षा को देखते हुए यात्रा को करना पसंद नहीं कर रही हैं। इस बार रक्षाबंधन का त्योहार घर पर रहते हुए मनाना चाहती हैं। इसका मुख्य कारण यही है कि यात्रा के दौरान कोई कोरोना संक्रमित न हो जाए। ऐसे में उन बहनों के सामने डाक विभाग एक बेहतर विकल्प बनकर आ रहा है।
बहनें रविवार को भी अपने भाइयों के लिए राखियां भेज सकेंगी। इसके लिए रविवार को डाक ऑफिस में सामान्य पोस्ट के लिए काउंटर खुला रहेगा। कोरोना वायरस के माहौल में बहनों की सुविधा को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है, ताकि बहनें सामान्य डाक से राखी भेज सकें। हालांकि रजिस्ट्री व स्पीड पोस्ट की सुविधा नहीं मिल पाएगी।