लॉकडाउन में अपने शौक को ही कमाई का साधन बनाने वाले लोगों की कमी नहीं है। अगर हम नागालैंड वासियों की बात करें तो यहां गार्डनिंग का शौक रखने वालों के लिए लॉकडाउन किसी वरदान से कम नहीं है। यहां की महिलाओं ने गार्डनिंग करके अपने शौक को जिंदा तो रखा ही , साथ ही इसे आय का जरिया भी बनाया। अपने घरवालों की मदद से वे इस काम के जरिये पैसा कमाकर घर का खर्च चला रही हैं।
कोहिमा की रहने वाली अचानो होम को बागवानी का शौक हमेशा से रहा है। वे अपने गार्डन में फूल लगाना पसंद करती हैं। लेकिन लॉकडाउन के दौरान लोगों को सब्जियों के लिए परेशान होते देख उन्होंने अपने गार्डन में सब्जियां उगाना शुरू किया।
अचानो के पति ने प्लास्टिक शीट और बांस से छोटा सा बगीचा तैयार किया। यहां वे दोनों मिलकर सब्जियों की खेती करते हैं। उनकी सब्जियां बड़े शहरों में भी सप्लाय की जाती हैं। जरूरत पड़ने पर वे लोगों को मुफ्त में भी सब्जियां देते हैं।
नेचुत्तुओनो होम की उम्र 23 साल है। उसने अपने वेजिटेबल गार्डन की शुरुआत दो बहनों के साथ लॉकडाउन के शुरुआती दिनों में की थी। उनके गार्डन में आज कई वैरायटी की अलग-अलग सब्जियों को देखा जा सकता है। उन्हें दिन के अधिकांश समय इसी गार्डन में देखा जा सकता है।
होम ने सब्जियों के आसपास बेल लगाई है। बरसात का मौसम होने की वजह से उन्होंने पहाड़ों पर मकई उगाना शुरू किया है। दरअसल, यहां लोगों ने घर में ही सब्जियां उगाकर बेचना शुरू कर दिया है, जिससे उनकी कमाई भी होने लगी है। नागालैंड के लोग खेती-बाड़ी के लिए जाने जाते थे लेकिन बदलते समय के साथ उन्होंने खेती करना छोड़ दिया। मगर, लॉकडाउन के वजह से वह फिर इस काम से जुड़ रहे हैं।