नई दिल्ली: भारतीय सेना (Indian Army) ने 89 ऐप्स (Apps) बैन कर दिए हैं. सेना ने अपने अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि बैन में शामिल सभी ऐप को तुरंत अपने स्मार्टफोन से हटा दें. सेना ने मैसेजिंग प्लेटफॉर्म, वेब ब्राउजर, कंटेंट शेयरिंग, गेमिंग आदि पर ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया गया है, जिसमें फेसबुक (Facebook), टिकटॉक, ट्रूकॉलर (Truecaller), इंस्टाग्राम (Instagram), यूसी ब्राउजर, PUBG आदि शामिल हैं. सूत्रों के मुताबिक, इस कार्रवाई के पीछे सूचनाएं लीक होने का खतरा बताया गया है.
इन ऐप्स को सेना ने किया प्रतिबंधित
मैसेजिंग प्लेटफॉर्म: वी चैट, क्यूक्यू, किक, आऊ वो, निम्बज, हेलो, क्यू जोन, शेयर चैट, वाइबर, लाइन, आईएमओ, स्नो, टो टॉक, हाइक
वीडियो होस्टिंग: टिक-टॉक, लाइकी, समोसा, क्वाली
कंटेंट शेयरिंग: शेयर इट, जेंडर, जाप्या
वेब ब्राउजर: यूसी ब्राउजर, यूसी ब्राउजर मिनी
वीडियो एंड लाइव स्ट्रीमिंग: लाइव मी, बिगो लाइव, जूम, फास्ट फिल्म्स, वी मेट, अप लाइव, विगो वीडियो
यूटिलिटी ऐप: कैम स्कैनर, ब्यूटी प्लस, ट्रू कॉलर
गेमिंग ऐप्स: पबजी, नोनो लाइव, क्लैश ऑफ किंग्स, ऑल टेंसेंट गेमिंग एप्स, मोबाइल लीजेंड्स
ई कॉमर्स: अली एक्सप्रेस, कल्ब फैक्ट्री, गियर बेस्ट, चाइना ब्रांड्स, बैंग गुड, मिनिन द बॉक्स, टाइनी डील, डीएचएच गेट, लाइटेन द बॉक्स, डीएक्स, एरिक डेस्क, जॉफुल, टीबीड्रेस, मोडिलिटी, रोजगल, शीन, रोमवी
डेटिंग ऐप: टिंडर, ट्रूअली मैडली, हैप्पन, आइल, कॉफी मीट्स बैजल, वू, ओके क्यूपिड, हिंग, एजार, बम्बली, टैनटैन, एलीट सिंगल्स, टैजेड, काउच सर्फिंग
एंटी वायरस: 360 सिक्योरिटी
NW: फेसबुक, Baidu, इंस्टाग्राम, एलो, स्नैपचैट
न्यूज ऐप्स: न्यूज डॉग, डेली हंट
ऑनलाइन बुक रीडिंग: प्रतिलिपि, वोकल
हेल्थ ऐप: हील ऑफ वाई
लाइफस्टाइल ऐप: पॉपएक्सो
नॉलेज ऐप: वोकल
म्यूजिक ऐप्स: हंगामा, सांग्स.पीके
ब्लॉगिंग/माइक्रो ब्लॉगिंग: येल्प, तुम्बिर, रेडिट, फ्रेंड्स फीड, प्राइवेट ब्लॉग्स
सेना की इस कार्रवाई से पहले सरकार ने लद्दाख हिंसा के मद्देनजर Tik Tok सहित 59 चीनी ऐप्स को प्रतिबंधित किया था. सरकार की तरफ से कहा गया था कि ये ऐप भारत की सुरक्षा के लिए खतरा हैं. सरकार ने कहा था कि भारतीयों की गोपनीयता और डेटा की सुरक्षा को लेकर चिंताएं जाहिर की जा रही थीं. इनमें कहा गया था कि इन ऐप्स से सम्प्रभुता और एकता को खतरा है. एंड्रॉयड और iOS प्लेटफॉर्म पर मौजूद कुछ मोबाइल ऐप्स का गलत इस्तेमाल किया जा रहा था. ये ऐप्स अवैध तरीके से यूजर का डेटा चोरी कर भारत के बाहर मौजूद सर्वर पर भेज रहे थे. इसलिए बैन की कार्रवाई जरूरी थी.