ग्राम पंचायत सचिव दिवस…सभी के दिलों में राज करने वाला सचिव…अपने काम के बलबूते पूरे प्रदेश में अपनी एक अलग पहचान बनाया…सभी के सहयोग के लिए हमेशा तत्पर पंचायत सचिव की कहानी…

कमलेश यादव:आज सचिव दिवस है सचिव ऐसा जिम्मेदारी वाला पद जिसके कांधो पर देश की इकाई का कार्यप्रभार है।गांव के छोटे बड़े सभी के सुख दुख के साक्षी बनना और हमेशा समाधान के पक्ष में सुनियोजित तरीके से आगे बढ़ना ही जीवन का मकसद है।आज हम बात करेंगे ऐसे सचिव के बारे में जिसके रचनात्मक कार्यशैली से सभी कायल है।छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर संभाग में बसा खूबसूरत जिला कोंडागांव जहा एक छोटे से गांव भीरागांव(ब) में विश्वनाथ देवांगन जी रहते है।लोगो को आत्मनिर्भर बनाने की बात हो या किसी को रक्त की जरूरत हमेशा जरूरतमन्दों के साथ खड़े रहते है।साहित्य में विशेष रुचि रखने वाले विश्वनाथ जी कब लोगो के लिए मुस्कुराता बस्तर बने पता ही नही चला।आज पूरे प्रदेश ही नही देश के विभिन्न राज्यो में मुस्कुराता बस्तर बन छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व कर रहे है।

विश्वनाथ जी का सफर शुरुआत हुई एक बहुत ही साधारण परिवार से,पढ़ाई में बचपन से ही अव्वल आते थे।आध्यात्मिक विचारों की ओर रुझान ने खुद से साक्षात्कार कराया।गायत्री परिवार से काफी लंबे अरसे से जुड़े हुए है।सो सफर सादगी भरा रहा पिताजी श्री दशरू राम देवांगन और माताजी श्रीमती जानकी बाई देवांगन के आशीर्वाद से ही आज एक सफल व्यतित्व बन पाए है।

ग्राम पंचायत में विभिन्न कार्यो का ईमानदारी से निर्वहन
वर्तमान में ग्राम पंचायत चौड़ंग में पदस्थ है।पूरे पंचायत में अधोसरंचनात्मक विकास के साथ ही महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाने का विशेष पहल से कई रोजगारमुखी कार्य चल रहा है।पंचायत में यदि किसी लड़की का विवाह होता है तो पंचायत के तरफ से विशेष गिफ्ट का इंतेजाम किया जाता है यह स्वयं के द्वारा बनाई योजना है।शिक्षा के ऊपर फोकस करते हुए समय समय पर स्कूल की मॉनिटरिंग पूरे पंचायत के तरफ से किया जाता है।पंचायत के युवाओं को साहित्य के क्षेत्र में रुझान लाने के लिए पुस्तक की व्यवस्था किया जाता है।

सामाजिक दायित्व
रक्तदान के लिए जरूरतमन्दों के लिए पूरे टीम के साथ 24 घण्टे उपलब्ध रहते है।छत्तीसगढ़ के 2 महत्वपूर्ण जिंदगी बचाने वाली मिशन,मिशन रानू और मिशन प्रणय जो कि किडनी पीड़ित मासूम बच्चों के लिए फण्ड जुटाने के लिए आधार स्तम्भ बनकर खड़े रहे।यह दोनों मिशन में पूरे देश से कई लोग एकजुट होकर आगे आये हुए थे।

साहित्य में विशेष रुचि
मनुष्य अपने विचारों द्वारा निर्मित प्राणी होता है।साहित्य से बचपन से लगाव रहा है।देश प्रदेश के विभिन्न साहित्यिक मंचो पर अपना विचार साझा कर चुके है।बस्तर की विशेष पहचान मुस्कुराता बस्तर के नाम से जाने जाते है।साहित्य साधना के बल पर ही एक नेक और सुलझे हुए व्यक्ति है।अपने सम्पर्क में आए सभी लोगो को उचित सलाह देते है।निश्चित ही पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गौरव वाली बात है।

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