कमलेश यादव: शिक्षा से ही हमारा व्यक्तित्व निखरता है।आज के छात्र ही कल के नेता वैज्ञानिक चिकित्सक शोधार्थी,व्यापारी बनकर विकास का नया अध्याय लिखेंगे।।असम्भव स दिखने वाली हर वो चीज की परिधि को शिक्षा ने ही तोड़ा है।आदि मानव से सभ्य मानव के करोड़ो वर्षों के अंतर का मूल्यांकन शिक्षा से ही सम्भव हो पाया है।आज हम बात करेंगे ऐसे ही युवाओ की टीम के विषय मे जिन्होंने शिक्षा क्रांति को जीने का मकसद बनाया है।ऐसे हजारो छात्र जो पाठशाला नही आ सकते या ऑनलाइन पढ़ाई समझ नही आता उनके लिए गांव गांव जाकर शिक्षाग्रही ज्ञान की अलख जगा रहे है,सत्याग्रह से शिक्षाग्रह एक उम्मीद की किरण बनी हुई हैं।सत्याग्रह से शिक्षाग्रह के संस्थापक माननीय श्री दीप नारायण रघुवंशम् और निदेशक सुनील कवि राज जी पूरे बिहार में शिक्षा क्रांति के दूत बन गए है।
युवा शिक्षक दीप नारायण रघुवंशम् के दूरदर्शी सोच के वजह से ही यह शिक्षा क्रांति सम्भव हो पाया है।उनका जन्म बिहार के पूर्वी चम्पारण जिला के एक छोटे से गांव मानिकपुर में सन् 1999 में एक साधारण परिवार में हुआ था।पिताजी श्री रघु दास और माता श्रीमती लालमुनी देवी दोनों शिक्षक हैं।इस वजह से शिक्षा का माहौल बचपन से ही परिवार में रहा है।माता-पिता के आशीर्वाद का ही परिणाम है कि हमेशा दूसरों के हित के विषय और समाज मे फैले कुरीतियों को कैसे शिक्षा से खत्म किया जाए वैचारिक मंथन चलते रहता है।
लाकडाउन स्टूडेंट केयर
सत्याग्रह से शिक्षाग्रह के टीम बच्चों को “लाकडाउन स्टूडेंट केयर” के माध्यम से मुफ्त शिक्षा प्रदान कर रही हैं।सभी शिक्षाग्रही अपने अपने गाँव,मोहल्ले,गरीब तबके के बच्चों को शिक्षा से जोड़ रहे हैं।लॉक डाउन की स्थिति में सभी बच्चें ऑनलाइन पढ़ रहे हैं।स्कूल कालेजों में भी ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है। लेकिन यह लाभ केवल संपन्न परिवार के बच्चों को ही मिल पा रहा है।ऐसे बच्चे जिनके परिवार सक्षम नही है और पढ़ने की लालसा हैं। यहीं कमी दूर करने के लिए सत्याग्रह से शिक्षाग्रह के टीम इन बच्चों को “लाकडाउन स्टूडेंट केयर” के माध्यम से ध्यान रख रही हैं और पढ़ने में इनकी मदद कर रही हैं।
शिक्षाग्रही कम से कम एक घंटा स्वविवेक से अपने समाज के इन बच्चों को देतें है,जो ऑनलाइन पढ़ने में असक्षम हैं। इसको ध्यान में रखते हुए सभी शिक्षाग्रही बिहार के जिलों के अलग अलग गांव में ईमानदारी और निष्ठा पूर्वक कार्यरत हैं, सभी जगह असक्षम परिवार के बच्चो के बीच कॉपी- किताब, पेन (स्टेशनरी सामग्री) वितरित कर उनको पढ़ाने के लिए आगे आए हैं।कई राज्य के शिक्षाग्रही ने इस पहल की तारीफ की है।
लाकडाउन स्टूडेंट् केयर में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं गोरंग दास, रवि भूषण ठाकुर, अर्जुन कुमार गुप्ता, आचार्य पंडित प्रभाकर दुबे, शिल्पा कुमारी, बिट्टू कुमारी मिश्रा, विक्की मण्डल, रूपाली शर्मा, अनिशा कुमारी,ममता कुमारी,राहुल कुमार,रुपेश कुमार,आदि और अनेकों शिक्षाग्रही अपना भरपूर योगदान दे रहे हैं।
पूरी दुनिया का भविष्य शिक्षा के ऊपर ही टिका हुआ है।मानव सभ्यता कई करोड़ साल पुराना है।बैलगाड़ी के पहिये से हवाई जहाज के पहिये तक का रोचक सफर ज्ञान के बलबूते पर ही हो पाया है।गांव के सभी बच्चे जब तक विज्ञान और आध्यात्म दोनों का संतुलन बनाते हुए आगे नही बढ़ेंगे यह भारत सोने की चिड़िया फिर से नही कहलायेगा।इसके लिए बेहद जरूरी है ईमानदार कोशिश की।सत्यदर्शनलाइव चैनल की पूरी टीम इनके प्रयासों की सराहना करता है तथा इसी प्रकार शिक्षा को बढ़ावा देते रहने के साथ साथ उज्जवल भविष्य की कामना करता है।
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