कोरोना महामारी के बीच ‘हुनर हाट’ एक बार फिर से शुरू होने जा रहा है. केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के मुताबिक ‘हुनर हाट’ का आयोजन 25 सितंबर से होगा और यह ‘लोकल से ग्लोबल’ थीम पर आधारित है. इस हुनर हाट में कोरोना वायरस से सतर्क रहने के लिए भी तैयारी की जा रही है.
क्या है ‘हुनर हाट’?
हुनर का मतलब होता है किसी भी कला या विधा में पारंगत. हाट का अर्थ बाजार होता है. इस तरह से हुनर हाट का मतलब हुआ ऐसे कारीगरों का बाजार जहां उनकी चीजें बिकती हैं. हुनर हाट के जरिये सरकार देशभर के परंपरागत दास्तकारों, शिल्पकारों और खानसामों को प्रोत्साहित कर रही है.
मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया कि इस आयोजन में पहले से ज्यादा दस्तकारों और शिल्पकारों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी और सामाजिक दूरी का पूरा ख्याल रखा जाएगा. नकवी ने यह भी बताया कि इस बार के हुनर हाट का डिजिटल और ऑनलाइन प्रदर्शन भी होगा. साथ ही लोगों को हुनर हाट में प्रदर्शित सामान को ऑनलाइन खरीदने की भी सुविधा दी जा रही है।
नकवी के मुताबिक लॉकडाउन में मिले समय का सदुपयोग कर दस्तकारों, कारीगरों ने अगले “हुनर हाट” की उम्मीद में बड़ी तादाद में हस्तनिर्मित दुर्लभ स्वदेशी सामग्री को तैयार किया है. इसे दस्तकार, कारीगर अगले “हुनर हाट” में प्रदर्शनी और बिक्री के लिए लाएंगे.
उन्होंने बताया कि “हुनर हाट” में सामजिक दूरी , साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन, मास्क आदि की विशेष व्यवस्था की जाएगी. इसके साथ ही “जान भी, जहान भी” नाम से एक मंडप होगा जहां लोगों को “पैनिक नहीं प्रीकॉशन” (डरे नहीं एहतियात बरतें) की थीम पर जागरूकता पैदा करने वाली जानकारी भी दी जाएगी.
दो दर्जन से अधिक “हुनर हाट” का आयोजन
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा अभी तक देश के अलग-अलग हिस्सों में दो दर्जन से अधिक “हुनर हाट” का आयोजन किया जा चुका है. इसमें लाखों दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों को रोजगार या इसके अवसर मिले हैं. नकवी का कहना है कि आने वाले दिनों में चंडीगढ़, दिल्ली, प्रयागराज, भोपाल, जयपुर, हैदराबाद, मुंबई, गुरुग्राम, बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता, देहरादून, पटना, नागपुर, रायपुर, पुडुचेरी, अमृतसर, जम्मू, शिमला, गोवा, कोच्चि, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, अजमेर, अहमदाबाद, इंदौर, रांची, लखनऊ आदि स्थानों पर “हुनर हाट” का आयोजन किया जाएगा.