बगदाद. ईरान (Iran) और अमेरिका (America) के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति की धमकी के बावजूद ईरान ने बुधवार को सुबह साढ़े 5 बजे इराक (Iraq) में अमेरिकी सैन्य एयरबेस पर मिसाइल से हमला कर दिया. ईरान ने दावा किया है कि इस हमले में 80 अमेरिकी सैनिकों की मौत हुई है. हालांकि अमेरिका ने इस दावे को झूठ बताया है. दोनों देशों के बीच बढ़ रहे तनाव को कम करने के लिए भारत बहुत जल्द मध्यस्थता कर सकता है. भारत में ईरान के राजदूत अली चेगेनी ने इस ओर इशारा करते हुए कहा है कि अमेरिका के साथ तनाव कम करने की दिशा में अगर भारत की ओर से कदम उठाया जाता है तो ईरान उसका स्वागत करेगा.
ईरान द्वारा इराक स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर मिसाइल हमला किए जाने के कुछ ही घंटे बाद चेगेनी ने यह बयान दिया है. ईरान के दूतावास में सुलेमानी के लिए आयोजित श्रद्धांजलि सभा के बाद चेगेनी ने संवाददाताओं से कहा, दुनिया में शांति बनाए रखने में सामान्य तौर पर भारत बहुत अच्छी भूमिका निभाता है. साथ ही भारत इसी क्षेत्र में है. हम सभी देशों, खास तौर से अपने मित्र भारत की ओर से ऐसे किसी भी कदम का स्वागत करेंगे तो तनाव को बढ़ने ना दे.
चेगेनी ने कहा, ‘हम युद्ध नहीं चाहते हैं, हम क्षेत्र में सभी लोगों के लिए शांति और समृद्धि चाहते हैं. हम भारत के किसी भी कदम और परियोजना का स्वागत करते हैं जो दुनिया में शांति और समृद्धि लाने में मददगार हो. इराक में अमेरिकी सैन्य बेस पर ईरानी हमले के संबंध में चेगेनी ने कहा कि उनके देश में अपनी सुरक्षा करने के अधिकार के तहत जवाब दिया है.
ईरान प्रेस टीवी की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अमेरिकी एयरबेस पर दागे गए मिसाइल अटैक में 80 सैनिकों की मौत हुई है. इस हमले के बाद ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ ने कहा, यह तो अभी शुरुआत है, हमने यह कदम सिर्फ अपनी आत्मरक्षा के लिए उठाया है. अमेरिका ने अगर कोई भी कार्रवाई की तो हम और बड़ा हमला कर सकते हैं.