नई दिल्ली:-सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) होंगे. इसका औपचारिक ऐलान रक्षा मंत्रालय ने सोमवार देर शाम कर दिया. वह तीनों सेनाओं की कमान संभालेंगे. बतौर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ वह तीनों सेनाओं के बीच तालमेल बैठाने का काम करेंगे. वह मंगलवार से कार्यभार संभालेंगे.
सीडीएस के तौर पर जनरल बिपिन रावत देश के सर्वोच्च रक्षा अधिकारी होंगे और तीनों सेनाओं की बागडोर संभालेगे. तीनों सेनाओं के सेना प्रमुख उनके आधीन काम करेंगे. सीडीएस सीधे तौर पर रक्षा मंत्री को रिपोर्ट करेंगे.
31 दिसंबर को सेना प्रमुख के तौर पर जनरल बिपिन रावत का कार्यकाल पूरा हो रहा है. सीडीएस पोस्ट की मांग करगिल वार के समय से ही होती रही है. तभी देश के पहले सीडीएस के लिए सिफारिश की गई थी. इसके पीछे तर्क दिया जा रहा था कि इससे तीनों सेनाओं के बीच बेहतर सामंजस्य होगा और युद्ध की स्थिति में बेहतर रणनीति तैयार की जा सकेगी.
कहां होगा चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का कार्यालय?
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का दफ्तर साउथ ब्लॉक में होगा. जनरल बिपिन रावत इसी दफ्तर में अपना कार्यभार संभालेंगे. गॉड ऑफ ऑनर मिलने के बाद जनरल बिपिन रावत 1 जनवरी को पदाभार ग्रहण करेंगे
हाल ही में केंद्र सरकार ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का कार्यकाल 3 साल के लिए और बढ़ाया था. अब चीफ ऑफ डिफेंस के रिटायर होने की उम्र 65 वर्ष होगी.
रक्षा मंत्री के प्रधान सैन्य सलाहकार होंगे सीडीएस
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की जिम्मेदारी तीनों सेनाओं से जुड़े मामलों में रक्षामंत्री को सलाह देना है. सीडीएस ही रक्षामंत्री का प्रधान सैन्य सलाहकार होगा . हालांकि सैन्य सेवाओं से जुड़े विशेष मामलों में तीनों सेनाओं के चीफ पहले की तरह रक्षामंत्री को सलाह देते रहेंगे.
4 स्टार जनरल की होगी रैंक
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ सैन्य अभियान के दौरान तीनों सेनाओं के बीच तालमेल बैठाने का काम करेगा. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद पर 4 स्टार जनरल रैंक के सैन्य अधिकारी को नियुक्त किया गया. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ को तीनों सेनाओं के प्रमुखों के बराबर सैलरी दी जाएगी.
गौरतलब है कि हाल ही में केंद्र सरकार ने चीफ ऑफ डिपेंस स्टाफ पद को मंजूरी दी थी. चीफ ऑफ डिफेंस बिना रक्षा सचिव की मंजूरी के रक्षा मंत्री से सीधे मुलाकात कर सकेंगे.