कमलेश यादव: जीवनदायिनी शिवनाथ नदी हो या विशाल बर्फानी धाम, छत्तीसगढ़ का राजनांदगांव जिला राज्य के मानचित्र में अपना विशेष स्थान रखता है। आज हम संस्कारधानी राजनांदगांव के एक ऐसे शख्सियत के बारे में बात करेंगे जिनका प्रेरणादायी व्यक्तित्व हमेशा समाज के लिए मार्गदर्शक रहा है। उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी गई, उन्होंने उसे पूरी गरिमा के साथ निभाया। आज वह एक सफल उद्यमी और समाजसेवी हैं। बहुमुखी प्रतिभा के धनी राजा मखीजा जी एक जाना-माना नाम हैं जो हमेशा लोगों की मदद के लिए तैयार रहते हैं।
राजा मखीजा जी दृढ़ संकल्प शक्ति का जीता जागता उदाहरण हैं। उनका जन्म 05 जनवरी 1972 को राजनांदगांव में हुआ था। वे शुरू से ही एक मेधावी छात्र रहे हैं। उन्होंने बीकॉम तक की पढ़ाई की है। पढ़ाई के साथ-साथ वे कई सामाजिक रचनात्मक गतिविधियों में भी शामिल रहे हैं। पिता स्वर्गीय श्री शेवन दास मखीजा और माता स्वर्गीय श्रीमती यशोदा देवी मखीजा ने बचपन से ही नैतिक मूल्यों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया। यही कारण है कि आज राजा मखीजा जी ने अपने व्यवहार से सभी लोगों के दिलों में एक खास जगह बना ली है।
संतुलन
युवा उद्यमी के रूप में उन्होंने सफलता की नई इबारत लिखी है। उनकी टोस्ट और बिस्किट की फैक्ट्री है। इतनी व्यस्त दिनचर्या के बीच भी राजा माखीजा जी अपने सामाजिक कार्यों के लिए संतुलन बनाए हुए हैं। वे शहर की प्रतिष्ठित संस्था बढ़ते कदम के महासचिव तथा अभिलाषा मूक बधिर विद्यालय के सक्रिय सदस्य हैं। साथ ही झूलेलाल मंदिर के संरक्षक तथा शदाणी सेवा मंडल के जिला अध्यक्ष हैं। राजनांदगांव शहर की महाकाल सेना के सक्रिय सदस्य बनकर आध्यात्मिक सेवा में भी लगे हुए हैं।
कठिनाइयों से परे सोचने का साहस
राजा मखीजा जी से जब उनके संघर्षों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, हम किसी भी भव्य इमारत की खूबसूरती की प्रशंसा तो जरूर करते हैं लेकिन हम यह नहीं सोच सकते कि उसकी नींव में कितनी मेहनत लगी होगी। हर किसी के जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं, मेरे जीवन में भी उतार-चढ़ाव आया हैं और आते रहेंगे लेकिन मुझे खुद पर और भगवान पर भरोसा है। समस्याएं और उलझनें दरअसल हमें मजबूत बनाने के लिए आती हैं, यही तो जिंदगी है। बचपन में पिताजी अक्सर कहा करते थे कि “प्रार्थना ऐसे करनी चाहिए जैसे सब कुछ भगवान पर निर्भर है और काम ऐसे करना चाहिए जैसे सब कुछ हम पर निर्भर है”।
व्यापारिक क्षेत्र में विभिन्न दायित्व
1. छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स उद्योग इकाई का प्रदेश उपाध्यक्ष 2. कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स छत्तीसगढ़ प्रदेश महामंत्री 3. राजनांदगांव में आद्योगिक इकाई होलसेल कॉरिडोर मार्केट, शहर में पार्किंग व्यवस्था एवं टॉयलेट की सुविधा हेतु पहल 4. कोविड 19 विषम परिस्थितियों में ऑक्सीजन की व्यवस्था और व्यापारियों की परेशानियों को सुलझाने का अहम दायित्व
प्रेरणा
राजा मखीजा जी कहते हैं कि बाहरी प्रेरणा क्षणिक होती है, सिर्फ़ आपकी अंतरात्मा की आवाज़ ही आपको प्रेरित कर सकती है। मैं खुद से प्रेरित होता हूँ। मैं हर दिन खुद से वादा करता हूँ कि अपने काम में ईमानदार रहूँगा। निश्चित रूप से ईश्वर आपके साथ है। सच्चे बनो, तुम्हारे लोग तुम्हें ढूंढ लेंगे। सत्य में बहुत शक्ति होती है। उनके विचारों में सामाजिक न्याय, विकास और समृद्धि के प्रति प्रतिबद्धता झलकती है।
युवाओं को सन्देश
वह कहते है कि , सपनों को साकार करने के लिए मेहनत, धैर्य और निरंतर प्रयास आवश्यक हैं। असफलताओं से सीखें और उन्हें अपनी सफलता की सीढ़ी बनाएं। नवाचार और दृढ़ संकल्प आपके सबसे बड़े साथी हैं। अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखें और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें। याद रखें, आप ही अपने भाग्य के निर्माता हैं। सफलताओं की ऊंचाइयों को छूने के लिए आगे बढ़ते रहें।
राजा मखीजा का जीवन एक प्रेरणा है कि दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत से किसी भी कठिनाई पर विजय प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने साबित कर दिया कि परिस्थितियाँ कितनी भी कठिन क्यों न हों, अगर हम अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहें, तो सफलता निश्चित है। उनका समाज के लिए योगदान अमूल्य है और वे एक सच्चे नायक के रूप में सभी के दिलों में रहेंगे ।