जैसे ही कूलर चलता है, खस की घास गीली होकर, ठंडी हवा बाहर फेंकने लगती है और पूरा कमरा बिना एसी के ठंडा हो जाता हैं…खस कारीगर राजू मरकाम की प्रेरणादायक कहानी, जो कई सालों से यह पुश्तैनी काम करते आ रहे हैं

491

 

कमलेश यादव : हर साल जैसे ही अप्रैल का महीना आता है, गर्मियों की आहट सुनाई देने लगती है। इंसान तो इंसान, जानवर भी बेहाल होकर छांव की तलाश में इधर-उधर भागने लगते हैं। इसी के साथ कूलर में खस लगवाने का कार्य भी शुरू हो जाता हैं। शहर के विभिन्न् स्थानों में कारीगरों के पास कूलर की खस लगवाने लोग पहुंच रहे हैं। आज हम बात करेंगे संस्कारधानी राजनांदगांव के खस कारीगर राजू मरकाम की, जो कई सालों से यह पुश्तैनी काम करते आ रहे हैं। गुरुनानक चौक के पास सड़क किनारे उनकी “राजू खस भंडार” के नाम से छोटी सी दुकान है।

सत्यदर्शन लाइव को उन्होंने बताया कि वह सुबह 10 बजे अपनी दुकान पर पहुंच जाते हैं और परिश्रम से पीछे नही हटते। वह ईश्वर को धन्यवाद देते हुए कहते हैं कि मेहनत हमारे हाथ में है और फल देने वाला स्वयं ईश्वर है। दिनभर 4 से 5 ग्राहक आ ही जातें है। इसके अलावा वे पौधों के बचाव में लगने वाली ढोली बनाने का काम भी करते हैं. गर्मी बढ़ते ही खस की मांग बढ़ जाती है और इसे नागपुर ( महाराष्ट्र ) से मंगाया जाता है।

50 वर्षीय राजू मरकाम ने अपना पूरा जीवन ईमानदारी से बिताया है। ग्राहकों के प्रति उनका अपार निष्ठा रहा है. कठिन परिस्थितियों में भी वे प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़े। उनका मानना ​​है कि – ‘प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में सत्य एवं आस्था के अनुरूप आचरण करना चाहिए।’ इस काम में उनकी बेटी रेनू मरकाम भी मदद करती हैं। अगर आप इस शहर के आसपास रहते हैं तो आप राजू मरकाम से 7389480479 पर संपर्क कर सकते हैं।

खस की विशेषता
जैसे ही कूलर चलता है, मोटर पानी उठाता है और खस की घास गीली होकर, ठंडी हवा बाहर फेंकने लगती है और पूरा कमरा बिना एसी के ठंडा हो जाता। गीली खस से होकर बहने वाली मीठी महक वाली हवा से जो राहत मिलती है, उसका सार कवि बिहारी लाल चौबे की काव्य रचना में भी मिल जाएगा। लू भी जब ठंडी, महकदार हवा में बदल जाए ।

(स्ट्रीट वेंडर्स को बढ़ावा देने की मुहिम में अगर आप हमें किसी बिजनेस के बारे में जानकारी देना चाहते हैं तो हमें 7587482923 पर मैसेज करें)

 

Live Cricket Live Share Market

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here