वरिष्ठ साहित्यकार -पत्रकार लक्ष्मी नारायण लहरे की साहित्यिक रचनाओं पर शोध

कलिंगा विश्वविद्यालय रायपुर की शोध छात्रा पुष्पा बरिहा ने की मुलाकात: साहित्यों पर अध्ययन कर करेंगे शोध*

छत्तीसगढ़ के सारंगढ़ अंचल के लिए यह गर्व की बात है कि वरिष्ठ साहित्यकार पत्रकार लक्ष्मी नारायण लहरे की साहित्यिक रचनाओं पर शोध किया जा रहा है। श्रीमती पुष्पा बरिहा ने इस संबंध में लक्ष्मी नारायण लहरे से मुलाकात की।पुष्पा बरिहा कन्या प्राथमिक शाला उलखर में शिक्षिका हैं। कलिंगा विश्वविद्यालय रायपुर से शोध छात्रा ( हिंदी विभाग ) हैं ।वे गद्य विद्या पर आत्म कथा,डायरी,समसमायिक लेख ,सामाजिक आलेख आदि पर शोध कर रही हैं ।अपने शोध कार्य के लिए कोसीर पहुंची हुई थी ।कोसीर में साहित्यकार लक्ष्मी नारायण लहरे से मिली और उनके साहित्यों पर चर्चाएं की वही उनके विभिन्न अखबारों में प्रकाशित कविताएं ,आलेख ,सम्पादकीय लेख ,चिंतन आदि का अध्ययन कर अपने पसंद के आलेख ,कविताएं ,संपादकीय अपने शोध के लिए रखीं ।पत्रकार लक्ष्मी नारायण लहरे विगत पिछले 25 वर्षों से साहित्य सृजन के साथ -साथ पत्रकारिता ,फोटो पत्रकारिता में सक्रिय हैं उन्हें कई मंच पर सम्मानित भी किया गया है । वे वर्तमान में रायपुर से प्रकाशित मासिक पत्रिका छत्तीसगढ़ महिमा में सह -सम्पादक पर अपनी सेवा दे रहे हैं वही उनकी कविताएं स्थानीय अखबारों एवं प्रदेश स्तर के अखबारों में प्रकाशित होती रहती है ।लहरे हिंदी और छत्तीसगढ़ी भाषा में अपनी लेखनी चलाते हैं ।लक्ष्मी नारायण लहरे ने मिडिया को बताते हुए खुशी जाहिर की और कहा गद्य लेखन शोध छात्रा से मिलकर खुशी हुई कि गांव तक पहुंचकर मेरी कविताएं ,समसमायिक लेख और सम्पादकीय पर वे शोध करना चाहती है । वही शोध छात्रा बरिहा को मैंने उनको जो साहित्य अच्छा लगा भेंट किया ।


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