
आयुर्वेद में गाय के गोबर का बहुत महत्व है…छत्तीसगढ़ सरकार गोधन न्याय योजना का शुभारंभ कर रही है…गोबर के व्यवसाय में और भी है सम्भावनाएं…जानिए गोबर से जुड़ी व्यापार की दिलचस्प बातें…
छत्तीसगढ़ राज्य में आज गोधन न्याय योजना का शुभारंभ होगा। इस योजना के तहत सरकार पशुपालकों से गोबर खरीदेगी।परिवहन व्यय सहित गोबर का मूल्य दो रुपए प्रति किलो तय किया गया है।गोबर की खरीदी गौठान समितियों के माध्यम से की जाएगी। पशु पालकों से खरीदी गई गोबर से वर्मी कंपोस्ट तैयार कर आठ रुपये प्रति किलो की दर से विभिन्न सरकारी विभागों व अन्य को बेचा जाएगा।
और भी है सम्भावनाएं
आयुर्वेद में गाय का गोबर का बहुत महत्व है.गाय का गोबर कई चीजों को बनाने के काम आता है.लेकिन क्या आप जानते हैं कि गाय के गोबर से आप अच्छी कमाई कर सकते हैं.आज हम आपको बता रहे हैं कि गाय के गोबर से आप कैसे कमाई कर सकते हैं. आप गाय के गोबर से कागज बनाने का कारोबार शुरू कर सकते हैं.गोबर के प्रयोग से कई मूल्यवर्धित वस्तुएं बनाई जा रही हैं।जैसे गमला,लक्ष्मी-गणेश,कलमदान, कूड़ादान,मच्छर भगाने वाली अगरबत्ती, मोमबत्ती एवं अगरबत्ती स्टैण्ड आदि आसानी से बनाए जा सकते हैं
वैज्ञानिक कहते हैं कि गाय के गोबर में विटामिन बी-12 प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।यह रेडियोधर्मिता को भी सोख लेता है।आम मान्यता है कि गाय के गोबर के कंडे से धुआं करने पर कीटाणु,मच्छर भाग जाते हैं और दुर्गंध का नाश हो जाता है। जबकि आज व्यवसाय के लिहाज से देखा जाए तो गोबर काफ़ी अच्छा साबित हो रहा है।