पुस्तक विमोचन समारोह में जुटे प्रदेश के ख्यातिलब्ध साहित्यकार…

बालोद-गुंडरदेही विकासखण्ड के ग्राम पेंड्री में आयोजित सूरजमुखी परिवार के रजतवर्णी समारोह में डॉ सुरेश देशमुख,लोकगायिका कविता वासनिक,अंर्तराष्ट्रीय ख्यातिलब्ध सहित्यकार सन्तराम देशमुख,बलदाऊ राम साहू सचिव राज्य पिछड़ा आयोग, जगदीश देशमुख प्रधान संपादक मानस मंजूषा डुमनलाल ध्रुव के आतिथ्य में अंचल के वरिष्ठ साहित्यकार कृष्णकुमार दीप की कथा संग्रह सूरजमुखी,माखन लाल साहू की कृति माटी के गीत,रमेश यादव की कृति कविता संग्रह अंतस के लहरा व सीताराम श्याम की संग्रह उजालो के मुक्तक का विमोचन हुआ।

इस अवसर पर सूरजमुखी परिवार के पूर्व सहयोगियों व साहित्यकारों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में सूरजमुखी के चुनिंदा गीतों की प्रस्तुति की गई।कविता वासनिक जी ने अपने गीतों से जनमानस के बीच तालिया बटोरी।डॉक्टर सुरेश देशमुख ने छत्तीसगढ़ की अस्मिता और सांस्कृतिक उत्थान में कल यात्रा की भूमिका और मंचीय अनुशासन पर केंद्रित संस्मरण रखे,दीनदयाल साहू ने साहित्यकारों को शुभकामनाएं दी।कार्यक्रम के सम्बंध में विचार प्रकट करते हुए चार कृतियों को मानस के चार पुरुषार्थ के रूप में तुलना की,डुमन ध्रुव ने सूरजमुखी की यात्रा पर केंद्रित विचार प्रकट किए। उपस्थित साहित्यकारों ने पुस्तक पर केंद्रित अपने विचार रखे ।कार्यक्रम के संचालन करते हुए लोकसाहित्यकार सीताराम श्याम ने कृतियों को साहित्यकारों की पूंजी बताया।

इस अवसर पर साहित्यकार दिनेन्द्र दास, डिलेंद्र साहू,विश्राम चंन्द्राकर,केशव साहू, पुष्कर राज,सचिन निषाद,जयकांत पटेल,शिवकुमार अंगारे,गजपति राम,दिनेश्वर चंद्राकर,दरवेश आनन्द,देवेन्द्र सिन्हा, गुमान साहू,चन्द्रिका चंद्राकर,बेनीराम सार्वा,सन्ध्या राजपूत ,चन्द्रकुमार देशमुख,चेतन साहू,द्रोणकुमार सार्वा सहित कला साहित्य व शिक्षा संस्कृति से जुड़े अनेक व्यक्तित्व की उपस्थिति ने कार्यक्रम को ऐतिहासिक बन गया।कार्यक्रम को सफल बनाने में सूरजमुखी परिवार ,सरस् साहित्य समिति व ग्रामवासियो का सहयोग मिला।


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