
समाज के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए क्लीनिक खोला गया..जहा डॉक्टर मात्र 10 रुपये में गरीबों का इलाज करते है
एमबीबीएस की पढ़ाई के दौरान ही परवीन ने अनाथों व वृद्धों के लिए काम करना शुरू कर दिया था। परवीन ने अपनी क्लीनिक ऐसी जगह खोली है जहां लोगों की आर्थिक स्थिति कमजोर है। ताकि उनके सस्ते इलाज का फायदा ज्यादा से ज्यादा लोग ले सकें।
हमारे देश के हर नागरिक को अच्छी शिक्षा और अच्छा स्वास्थ्य उपलब्ध कराना सरकार का काम है। लेकिन सभी जानते हैं कि अस्पतालों का क्या हाल है। ऐसे में समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए, एक युवा चिकित्सक, डॉ. नूरी परवीन ने आंध्र प्रदेश के कडपा शहर में एक निजी क्लिनिक स्थापित किया है। डॉक्टर नूरी की इस क्लीनिक की खास बात यह है कि यहां चिकित्सकीय परामर्श के लिए सिर्फ 10 रुपये का मामूली शुल्क लिया जाता है।
परवीन विजयवाड़ा शहर में जन्मी और वहीं पर पली-बढ़ी। बाद में उन्होंने कडपा से एमबीबीएस की डिग्री पूरी की। परवीन मरीजों को दवा देने के सिर्फ 10 रुपये लेती हैं, जबकि भर्ती होने वाले मरीजों से 50 रुपये बेड का चार्ज करती हैं। वह रोज औसतन 40 मरीजों का इलाज करती हैं। वह कहती हैं कि उनकों यह काम करने की प्रेरणा उनके माता-पिता से मिली।
परवीन का परिवार खुले विचारों का स्वागत करने वाला था और शिक्षा को लेकर सजग था। उनके पिता और दादाजी जरूरतमंदों की मदद और सेवा के लिए हमेशा आगे रहते थे। उनका प्रभाव परवीन के ऊपर भी था, जिसके चलते वह स्कूल समय से ही सामाजिक कार्यों में सहयोग करने के लिए सक्रिय रहने लगी। कॉलेज में उनकी दोस्ती भी ऐसे लोगों से हुई जो इसी तरह सोचते थे। उन लोगों ने मिलकर एक संगठन शुरू किया, जिसका उद्देश्य सामाजिक कार्य करना था। शुरू में उन लोगों ने बच्चों के बीच किताबें बांटने और वृद्धों की मदद के लिए वृद्धाश्रम व अनाथालयों में जाना शुरू किया। एमबीबीएस के दौरान ही उन्होंने एक कॉरपोरेट अस्पताल में प्रशिक्षण लिया। लेकिन मरीजों के साथ होने वाले बर्ताव के बाद उन्होंने फैसला किया कि पढ़ाई खत्म होने के बाद खुद की क्लिनिक खोलूंगी, जहां लोगों को कम रुपयों में बेहतर इलाज दे सकूं, और परवीन ने वही किया।
सर्वोत्तम चिकित्सा सेवा
समाज के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए परवीन ने इस क्लीनिक की शुरुआत साल 2010 में की। जब उन्होंने सस्ते में इलाज किया तो आश्चर्यजनक रूप से दिन भर क्लिनिक पर मरीजों की भीड़ होने लगी। क्लिनिक में एक ऑपरेशन थियेटर है। इसमें एक लैब, तीन रोगी बेड और एक फार्मेसी भी है।
आशीर्वाद दिया
परवीन ने कडपा में अपना क्लिनिक सिर्फ इसलिए खोला है क्योंकि वहां पर आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की संख्या अत्यधिक है। वे महंगे इलाज का खर्च नहीं उठा सकते। परवीन ने जब अपना क्लीनिक खोला था तब उनके माता-पिता को इसके बारे में कुछ पता नहीं था। लेकिन जब इस बात की जानकारी हुई तो अपनी बेटी पर उन्हें बहुत फक्र हुआ। वे बेहद खुश हुए और परवीन को ऐसे ही आगे बढ़ते रहने का आशीर्वाद दिया।
ठीक होने वाले मरीजों से मिलता है प्रोत्सहन
परवीन एक न्यूरो बीमारी से जूझ रहे बच्चे का इलाज किया, जो अपने पैरों से चल नहीं पा रहा था। एक महीने के बाद, वह अपने दोनों पैरों पर चलते हुए लौटा। परवीन का कहना है कि ऐसे कई लोग आकर मुझे प्रोत्साहित करते हैं। यहां के ज्यादातर मरीज कुपोषण और कमजोरी से पीड़ित हैं। वह एक अस्पताल बनाने का प्रयास कर रही हैं, जहां लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके।