RTE Admission 2023: शिक्षा का अधिकार कानून (आरटीइ) के तहत निजी स्कूलों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है

गोपी साहू।हमारे समाज में आज भी कई बच्चे ऐसे हैं जो अपनी आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण अच्छी शिक्षा नहीं प्राप्त कर पाते। ऐसे सभी बच्चों के लिए सरकार द्वारा आरटीआई के माध्यम से निशुल्क शिक्षा प्रदान की जाती है। जिससे कि समाज में कोई भी बच्चा शिक्षा प्राप्त करने से वंचित ना रहे।शिक्षा का अधिकार कानून(आरटीइ) के तहत निजी स्कूलों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रथम चरण में प्रवेश के लिए छह मार्च से छात्र पंजीयन शुरू हो गया है, जो 10 अप्रैल तक चलेगा। प्रदेशभर में छह हजार 507 स्कूलों ने आरटीइ में अपना पंजीयन कराया है। इन स्कूलों में 53 हजार 113 सीटें हैं। सीटों के लिहाज से आवेदन बहुत ज्यादा आ गए हैं, लेकिन फिर भी आरटीइ की सीटें खाली रह जाती हैं।

पिछले साल प्रदेशभर में आरटीइ की 80 हजार सीटें थी, जिसमें से लगभग 18 हजार सीटें खाली रह गई थी।पिछले साल भी 80 हजार सीटों के लिए एक लाख से ज्यादा आवेदन मिले थे।लेकिन 18 हजार सीटें खाली रह गई थी।प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. राजीव गुप्ता ने बताया कि अभिभावक अपने बच्चों को हिंदी मीडियम स्कूलों में नहीं पढ़ाना चाहता। प्रदेश में सरस्वती शिशु मंदिर समेत लगभग दो हजार से ज्यादा हिंदी मीडियम के स्कूल है। इन स्कूलों में लगभग 12 से 15 हजार सीटें है, जहां पर कोई भी पालक अपने बच्चों को हिंदी मीडियम में नहीं भेजता है, इस कारण से भी सीटें खाली रह जाती हैं।

इस शिक्षण सत्र में घट गई आरटीइ की सीटें
शिक्षण सत्र 2023-24 में प्रदेश में आरटीइ की सीटों में कमी आई हैं।पिछले साल प्रदेशभर में आरटीइ की 80 हजार सीटें थी, जो इस साल घटकर 53 हजार 113 सीटें हैं। अधिकारियों ने बताया कि स्कूलों से एंट्री क्लास में पिछले साल हुए प्रवेश के आधार पर 25 प्रतिशत सीटों की संख्या अपलोड करने के लिए कहा गया था, इस लिहाज से प्रदेश में आरटीइ की सीटेें घट गई है।काेराेना के कारण बहुत सारे स्कूल बंद भी हो गए है। आरटीइ की सीटें घटने की ये भी एक मुख्य वजह है।

निजी हिंदी मीडियम में पढ़ाने के बजाय अभिभावक सरकारी स्कूलों की तरफ ज्यादा रूझान कर रहे हैं। प्रदेश में खुले स्वामी आत्मानंद स्कूलों में भी निजी स्कूलों जैसी अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई हो रही हैं।आरटीइ के तहत बड़े निजी स्कूलों में प्रवेश नहीं मिलने के बाद अभिभावक सरकारी स्कूलों में प्रवेश दिलाना रहे है, ताकि बच्चा अंग्रेजी माध्यम में पढ़ सके।

प्रवेश प्रक्रिया के लिए निर्धारित तिथियां
– पहले चरण में प्रवेश के लिए 10 अप्रैल तक आवेदन कर सकेंगे
– 11 अप्रैल से 11 मई तक प्राप्त आवेदनों का सत्यापन होगा
– पहले चरण में प्रवेश के लिए 15 से 25 मई तक लाटरी निकाली जाएगी
– लाटरी में चयनित छात्र संबंधित स्कूल में 16 से 30 जून तक प्रवेश लेंगे
– एक जुलाई से 15 जुलाई तक दूसरे चरण के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी
– 16 से 25 जुलाई तक प्राप्त आवेदनों का सत्यापन किया जाएगा
– लाटरी व सीटों का आवंटन 27 जुलाई से लेकर 2 अगस्त तक


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