माँ दिहाड़ी मजदूरी करती है नेक दिल इंसानों ने बिटिया की शादी का खर्च उठाया…गांव में उत्साह का माहौल…ढोल बाजे की गूंज में इंसानियत की राग सुनाई दे रहा था…मंत्रोच्चार के साथ विवाह संपन्न कराया गया

कमलेश यादव:हमारी जिंदगी का आखिर मकसद क्या है what is the purpose of our life यह प्रश्न कभी न कभी हर किसी के जेहन में उठता है।कई लोग कामयाबी मिलने के बावजूद उलझे हुए रहते है।जिंदगी में शुकुन की तलाश में इधर उधर भटकते है।वही कुछ लोग दूसरों के लिए भी जीते है और मिसाल कायम करते है।माँ को बिटिया भुनेश्वरी की विवाह की चिंता सताए जा रही थी परिवार में बड़े बुजुर्गों के न रहने से सब कुछ खत्म स हो जाता है।लेकिन नेक दिल इंसानों की पहल से बड़ी धूमधाम से बिटिया की शादी किया गया।यह प्रेरक कहानी है छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले की छोटे से गांव बघेरा में रहने वाली कांति बाई कश्यप की रोजी मजदूरी करके परिवार चलाती है।जन कल्याण समिति गठुला और बाबा मरसपोटा धाम के तत्वावधान में बिटिया की विवाह को सम्पन्न कराया।

पूरे गांव में उत्साह का माहौल था मंडप सजी हुई थी पूरे रीति रिवाज से बिटिया की विवाह के रस्म को पूरा किया गया।ढोल बाजे की गूंज से सब झूम रहे थे।आज भागदौड़ भरी जीवन मे अपने लिए सभी जीते है लेकिन समाज के लिए कुछ अच्छा करने का साहस बिरले लोगो मे ही देखने को मिलता है।ये वो लोग है जो चुपके से अच्छे कार्य करने पर भरोसा करते है।निःस्वार्थ भाव से बगैर नाम की आकांक्षा लिए समाज के वास्तविक हीरो है।

सत्यदर्शन लाइव को जनकल्याण समिति के कोषाध्यक्ष किशुन देवांगन ने बताया “विगत कई वर्षों से बच्चों की शिक्षा से लेकर विभिन्न रचनात्मक कार्यो में सदस्यों की भागीदारी रही है। आसपास के 15 गांवों से इस संस्था में लोग जुड़े हुए है।संस्था के लोगो को गरीब परिवार के बारे में जब पता चला माँ दिहाड़ी मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करती है जैसे तैसे जिंदगी गुजर बसर चल रही है संस्था के सभी सदस्यों ने फैसला लिया कि यह बिटिया हम सबकी जिम्मेदारी है और बुधवार को विधिवत मंत्रोच्चार के साथ विवाह संपन्न किया गया”

थोड़े थोड़े सहयोग से बड़ी से बड़ी समस्याओं का समाधान निकाला जा सकता है।जिंदगी में सुख और दुख का क्रम एक चक्र की भांति चलते रहता है।जब हमे सफलता मिले उस सफलता को समाज मे बांटकर अपने नैतिक दायित्व को पूरा करने की चाह ही बदलाव का कारण बनता है।जनकल्याण समिति के सदस्यों ने पूरे राजनांदगाँव जिले को गौरवान्वित किया है।इसीलिए इस शहर को संस्कारधानी कहा जाता है।सत्यदर्शन लाइव सभी हीरो को सलाम करता है।


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