लॉकडाउन के वक्त में हर कोई अपनी समर्थ के अनुसार गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने का प्रयास कर रहा है…इस काम में ट्रांस कम्यूनिटी के लोग भी पीछे नही है… मुफ्त में खाना बनाकर बांट रहीं, बन गईं जरूरतमंदों की मसीहा

लॉकडाउन के वक्त में हर कोई अपनी समर्थ के अनुसार गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने का प्रयास कर रहा है। इस काम में ट्रांस कम्यूनिटी के लोग भी पीछे नही है। भूखे और बेसहारा लोगों को खाना देना अब इनका हर रोज का काम हो गया है। चेन्नई शहर की कुछ ट्रांस महिलाएं अक्सर ही गरीबों की मदद करती हैं। ऐसे में लॉकडाउन के वक्त वो कैसे पीछे रहतीं। महामारी के दौरान उन्होंने देखा कि कैसे गरीबों को साफ पानी तक नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में ये मसीहा बन उन लोगों के लिए सामने आईं।

सबसे पहले तो इन ट्रांस कम्यूनिटी की महिलाओं ने गरीबों की मदद के लिए फंड इकट्ठा किया। उसके बाद अब वो सुबह से लेकर रात तक तीन बार भोजन और नाश्ता तैयार कर गरीबों में बांटती हैं। भोजन पकाने के लिए वो साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखती हैं। सुबह 4 बजे से लेकर रात के 9 बजे तक ये महिलाएं कड़ी मेहनत कर बेसहारा लोगों को खाना और अपनापन देती हैं।

रोज के नाश्ते और खाने के लिए ये हर दिन कुछ अलग देती है। जिसमे रोटी, सब्जी के साथ दिन के भोजन में वेजिटेबल बिरियानी शामिल होती है। वहीं सुबह के नाश्ते के लिए ये रवा खिचड़ी बांटती हैं। वैसे अब ये सांभर चावल के साथ पोंगल वगैरह भी बांटती हैं। यहीं नहीं ये महिलाएं जरूरतमंदों को पानी की बोतल भी देती हैं।


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