मरीज की जिंदगी बचाने में जितना योगदान डॉक्टर्स का होता है,उतना ही एक नर्स का…इस महामारी के दौरान चिकित्सीय स्टाफ ने अपना सब कुछ झोंका हुआ है…इनमें नर्स बेहद अहम भूमिका निभा रही हैं

हर साल 12 मई को इंटरनेशनल नर्स डे यानी अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस क्यों मनाया जाता है। यह दिन हर साल फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्मदिन की वर्षगांठ के तौर पर मनाया जाता है। फ्लोरेंस नाइटिंगेल को विश्व की पहली नर्स कहा जाता है। उन्होंने क्रीमियन युद्ध के दौरान लालटेन लेकर घायल ब्रिटिश सैनिकों की देखभाल की थी। इस वजह से इन्हें लेडी विद द लैंप भी कहा गया। मरीज की जिंदगी बचाने में जितना योगदान डॉक्टर्स का होता है, उतना ही एक नर्स का। नर्स अपनी परवाह किए बिना मरीज की तन-मन से सेवा कर उनकी जान बचाती है। अपने घर और परिवार से दूर रहकर मरीजों की दिन रात सेवा करती है। नर्सों के साहस और सराहनीय कार्य के लिए यह दिवस मनाया जाता है।

आज दुनियाभर के ज़्यादातर देश कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस, इस भयंकर महामारी के बीच, ख़ास महत्व रखता है। नर्स अस्पतालों और क्लीनिकों की रीढ़ की हड्डी होती हैं, जो अपनी जान जोखिम में डालकर महीनों तक कोविड-19 के लाखों मरीज़ो की देखभाल करती हैं।

अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस उनके लिए हमारी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करने का एक शानदार अवसर है। आईसीएन (इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्स) के अनुसार, 31 दिसंबर 2020 तक, 34 देशों में 1.6 मिलियन से अधिक स्वास्थ्यकर्मी कोविड-19 से संक्रमित हुए। ICN के प्रमुख स्तंभ हैं: व्यावसायिक अभ्यास, विनियमन और सामाजिक-आर्थिक कल्याण।

अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस का महत्व
इस महामारी के दौरान चिकित्सीय स्टाफ ने अपना सब कुछ झोंका हुआ है। इनमें नर्स बेहद अहम भूमिका निभा रही हैं। नर्स एक मां, एक बहन के रूप में मरीजों की सेवा करती हैं। इस रिश्ते को बखूबी निभाने के कारण इन्हें सिस्टर का उपनाम दिया गया है। नर्स अपनी जान जोखिम में डालकर मरीजों का इलाज करती है। वह अपने घरों से दूर, परिवार से दूर रहकर दिन और रात अपनी ड्यूटी पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ कर रही हैं। नर्सों को इस पेशे से जुड़ी खुशियों के साथ-साथ कई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है।

अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाने का उद्देश्य
नर्स अपने पूरे ज्ञान, अनुभव और मेहनत से एक मरीज की देखभाल करती हैं। नर्सों के बिना स्वास्थ्य सेवाएं अधूरी है। रोगियों की देखभाल करना इतना आसान नहीं होता है इसलिए नर्सों को इसके लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है। अक्सर डॉक्टरों के आगे नर्सों को इतना महत्व नहीं दिया जाता है लेकिन किसी भी मरीज के स्वस्थ होने में नर्सों का जो योगदान है, उसे हम भूल नहीं सकते हैं। नर्सों के काम को समझना, समाज में अधिक लोगों को इस पेशे के लिए प्रोत्साहित करना और सम्मान देना इस दिन का मुख्य उद्देश्य है।


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