जानवरों के साथ इंसानों का रिश्ता बयां करने वाली फोटोग्राफर…एन विभिन्न चिड़िया घरों में एनिमल्स की जिंदगी करीब से देखने के लिए अब तक 60 देशों की यात्रा कर चुकी हैं

कनाडा की फोटोग्राफर जो-एन मेकअर्थ दुनिया भर में जानवरों के साथ होने वाले अत्याचारों को अपनी फोटोग्राफी के माध्यम से सबके सामने लाती हैं। 2003 में इस महान फोटोग्राफर ने अपने प्रोजेक्ट ‘वी एनिमल्स मीडिया’ की शुरुआत की थी। वे सिर्फ फोटोग्राफी ही नहीं बल्कि फिल्म मेकिंग के माध्यम से जानवरों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार के प्रति लोगों को सचेत करती हैं। फिलहाल एन के साथ 40 और फोटोग्राफर इस काम में व्यस्त हैं।

मेअकर्थर के अनुसार, इन जानवरों के साथ हमारा करीबी रिश्ता है। हमने इनके जीवन को पूरी तरह जानने का प्रयास किया है। ये वही जानवर हैं जिनकी खाल का इस्तेमाल कपड़े बनाने में किया जाता है। कई बार इन्हें सर्कस में हमारे मनोरंजन के लिए प्रताड़ित किया है तो कभी धर्म के नाम पर इसकी बलि चढ़ा दी जाती है। इनकी तरफ लोगों का ध्यान आकर्षित करने की बहुत जरूरत है। एन विभिन्न चिड़िया घरों में एनिमल्स की जिंदगी करीब से देखने के लिए अब तक 60 देशों की यात्रा कर चुकी हैं।

उनकी लिखी पहली किताब का नाम ‘वी एनिमल्स’ था। उनकी अन्य किताबें ‘हिडन : एनिमल्स इन द एंथ्रोपोसिन’ और ‘केप्टिव’ हैं। उनकी फोटोग्राफी को नेचर फोटोग्राफर ऑफ द ईयर कॉम्पिटिशन 2020 में मैन एंड नेचर कैटगरी के अंतर्गत सम्मानित किया जा चुका है। 2018 में उन्हें इन्नोवेशन अवार्ड फॉर पब्लिक इंगेजमेंट और 2017 में द ग्लोबल पीस फोटो अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।

जो-एन मेकअर्थ खुद को एक वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर नहीं बल्कि जानवरों के साथ इंसानों का रिश्ता बयां करने वाली फोटोग्राफर कहलाना पसंद करती हैं। वे कहती हैं – ”ये वहीं इंसान हैं जो कई बार जानवरों को परेशान करते हैं, तो कभी प्यार से उन्हें दुलारते हुए, गोद में बैठाते हुए या खिलाते हुए भी देख जाते हैं”।


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