सीआरपीएफ की महिला कमांडो एक इतिहास रचने जा रही है…उन्हें जल्द ही नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा

सीआरपीएफ की महिला कमांडो एक इतिहास रचने जा रही है। उन्हें जल्द ही नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा। 88 महिला बटालियन विश्व की पहली महिला कोबरा बटालियन है। एक कठिन प्रशिक्षण के बाद सीआरपीएफ की महिला कमांडो की पहली बार कोबरा बटालियन में तैनाती की जा रही है, जो अब सीधे नक्सली इलाकों में तैनात होकर उनका सफाया करेंगी। एक लंबे प्रशिक्षण के बाद महिला कमांडो की पहली यूनिट को 6 फरवरी को कोबरा बटालियन में शामिल किया गया।

सीआरपीएफ के लिए खास है 6 फरवरी
6 फरवरी सीआरपीएफ के लिए खास है इसलिए इस दिन इन्हें बटालियन में शामिल किया गया। इसी दिन साल 1986 में सुरक्षा बल के पहली महिला बटालियन का गठन हुआ था। इस बटालियन की तैनाती ऐसे समय में की जा रही है, जब नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई एक अहम मोड़ पर पहुंच चुकी है। इस मौके पर ऑल वुमन ब्रास बैंड का भी गठन किया गया। सीआरपीएफ में ऑल वुमन पाइप बैंड पहले से मौजूद है।

1986 से तैनात हैं महिलाकर्मी
आंतरिक सुरक्षा के उद्देश्य से गठित की गई सीआरपीएफ में 1986 से ही महिला कर्मी हैं। तब इनकी प्रथम महिला बटालियन का गठन किया गया था। बल में अभी ऐसी छह इकाइयां हैं। बल में करीब 3.25 लाख कर्मी हैं और यह देश का सबसे बड़ा अर्द्धसैनिक बल है।


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