
शास्त्रीय नृत्यांगना चित्रा सुंदरम को मिला ‘मोस्ट एक्सीलेंट ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश एम्पायर अवॉर्ड’, ‘पद्म श्री’ के बराबर है ये सम्मान
भारत की शास्त्रीय नृत्यांगना चित्रा सुंदरम को मोस्ट एक्सीलेंट ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश एम्पायर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। भारत में इस अवॉर्ड की तुलना पद्म श्री से की जा सकती है। चित्रा को ये सम्मान उनके दक्षिणी एशिया के डांस फार्म के प्रति उनके योगदान और समर्पण के लिए दिया गया है। चित्रा का कहना है कि ये अवॉर्ड उनके लिए बहुत मायने रखता है।
मुंबई में पली बढ़ी चित्रा ने स्नातक तक की पढाई बाम्बे यूनिवर्सिटी से की है। जबकि वो आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए ग्रेजुएट हैं। बैंक के क्षेत्र में करियर बनाने के बाद उन्होने डांस की ओर रुख किया और बतौर टीचर अपना सफर शुरू किया। चित्रा की मां ने उन्हें बिना दादी की इजाजत के डांस स्कूल में दाखिला दिलवाया। क्योंकि उनका मानना था कि लड़कियों को डांस नहीं सीखना चाहिए। मुंबई में रहते हुए भी उनके विचार डांस को लेकर दकियानूसी ही थे।
चित्रा पिछले बीस सालों से लंदन में रह रही हैं। वहां पर परफॉर्मिंग आर्टिस्ट, ट्रेनर और कोरियोग्राफर के तौर पर काम कर रही हैं। इसके साथ ही वो लेक्चरर भी हैं। इसके साथ ही वो वर्ल्ड थियेटर में प्रोग्रामर के तौर पर कई सालों से काम कर रही हैं। चित्रा प्रोफेशनल डांसर के साथ काम कर चुकी हैं। साथ ही उन्हें स्टेज पर दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने का तरीका भी सिखाती हैं। इसके साथ ही वो अभिनय और एक्सप्रेशनंस की वर्कशॉप भी लेती है।