
मोर मितान मोर संगवारी कार्यक्रम में बताएंगे पुरुष नसबंदी के फायदे… पांच दिनों तक विभिन्न विकासखंडों में जागरूकता रथ पहुंचेगा
राजनांदगांव। पुरूष नसबंदी पखवाड़ा के अंतर्गत जन जागरूकता कार्यक्रम की कड़ी में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय परिसर से जागरूकता रथ रवाना किया गया। रथ को डीपीओ ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस रथ के माध्यम से जिले के प्रत्येक विकासखंड में 5 दिनों तक पुरुष नसबंदी के लिए प्रेरित करते हुए लोगों को जागरुक करने का प्रयास किया जाएगा।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. मिथलेश चौधरी ने निर्देशित किया हुआ है कि, जागरुकता रथ को सभी वार्डों में भेजकर लोगों को जागरूक किया जाए, जिससे सभी को पुरुष नसबंदी के बारे में जानकारी मिल सके। पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के तहत सभी मितानिन, एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी विभिन्न जिम्मेदारी सौंपी गई है। वे लोगों को नसबंदी कराने के लिए प्रेरित करेंगी। परिवार नियोजन में पुरुषों की साझेदारी-जीवन में लाए स्वास्थ्य और खुशहाली जैसे प्रेरक नारे लिखे जागरुकता रथ को हरी झंडी दिखाने के पश्चात इसकी जानकारी देते हुए डीपीओ डा. अल्पना लुनिया ने बताया, परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से पुरुष नसबंदी पखवाड़ा शुरू किया गया है।
पहले दिन पुरुष नसबंदी के विषय में जनजागरुकता के लिए अस्पताल परिसर में बैनर-पोस्टर लगाए गए। इसके बाद जागरूकता रथ निकाला गया। यह रथ, परिवार नियोजन के लिए पुरुष नसबंदी के प्रति समाज में फैली भ्रांतियों और भ्रांतियों के कारण नसबंदी से हिचक रहे पुरुषों को जागरूक करेगा। उन्होंने कहा, समाज में फैली भ्रांतियों के कारण पुरूष नसबंदी करवाने से हिचकिचाते हैं। नसबंदी से मर्दाना ताकत में कमी सहित शारीरिक कमजोरी जैसी भ्रांतियों के कारण लोग इससे डरते हैं, जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है। वैज्ञानिक रूप से किसी प्रकार की कमजोरी पुरुष को नहीं होती है। इसका ऑपरेशन पहले की तुलना में अब और अधिक आसान हो गया है। पुरूषों के लिए परिवार नियोजन का स्थायी उपाय नसबंदी है और यह बिना चीरा, बिना टांका के 10 मिनट में होने वाली प्रक्रिया है।
डा. लुनिया ने आगे बताया, पुरुष नसबंदी पखवाड़ा अंतर्गत 27 नवंबर तक मोबिलाइजेशन सप्ताह मनाया जाएगा, जो कि 21 नवंबर से शुरू हो गया है। इस दौरान लोगों को पुरुष नसबंदी कराने के विषय में प्रेरित किया जा रहा है। द्वितीय चरण में 28 नवंबर से 4 दिसंबर तक सेवा वितरण सप्ताह मनाया जाएगा। यह सेवा उपलब्धता पर केंद्रित रहेगा जो कोविड-19 के संदर्भ में संशोधित किया गया है। इस दौरान पुरूष नसबंदी की सेवा प्रदान की जाएगी। स्वास्थ्य केंद्रों पर पुरूष नसबंदी सेवा और इसके फायदे को प्रदर्शित किया जाएगा। जागरूकता रथ प्रतिदिन दो विकासखंड में पहुंचेगा और रथ पहुंचने पर संबंधित विकासखंड में मोर मितान मोर संगवारी कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसके माध्यम से पुरुष नसबंदी का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाएगा, जिसमें व्यक्तिगत चर्चा और पुरुष नसबंदी के फायदे भी बताए जाएंगे। साथ ही पुरूष नसबंदी से संबंधित मिथकों को दूर करने के लिए परामर्श भी प्रदान किया जाएगा।