तपस्या हे गीत लिखना…प्रसिद्ध युवा गीतकार चम्पेश्वर गिरि गोस्वामी की यह रचना गीत लिखते समय गीतकार की भावनाओं और मेहनत को उजागर करती है

 

सोच के उतार ले
घेरी बेरी संवार ले
छांट ले निमार ले
अऊ थोरिक सिंगार ले
बने नई लागत हे
कई पईत तिखार ले
बनगे मन के गीत तब
मया ले निहार ले
तपस्या हे गीत लिखना
पूछ ले गीतकार ले

.…..चम्पेश्वर गिरि गोस्वामी


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