मिट्टी का बरतन खाना पकाने के लिए सबसे बेहतर विकल्प है… इनमें पका खाना अधिक पौष्टिक होता है और स्वादिष्ट भी…आइए जानते हैं मिट्टी के बरतनों में खाना पकाने से क्या फायदे होते हैं

स्वस्थ और फिट रहने के लिए हम बहुत से प्रयास करते हैं और इसके लिए हम अपने से जुड़ी हर चीज को सोच-समझकर चुनते हैं। हमें क्या खाना है, कब खाना है, एक्सरसाइज और अन्य कई चीजों को लेकर हम चिंतित रहते हैं ताकि हम अपने स्वास्थ्य को बनाए रखें। हालांकि क्या आपने कभी अपने किचन की तरफ रुख किया है और सोचा है कि आप जिन बरतनों में खाना पकाते हैं, क्या वह आपके लिए सही है। जब आप हर चीज को सोच-समझकर चुनते हैं तो बरतन क्यों नहीं। मिट्टी का बरतन खाना पकाने के लिए सबसे बेहतर विकल्प है। इनमें पका खाना अधिक पौष्टिक होता है और स्वादिष्ट भी। आइए जानते हैं मिट्टी के बरतनों में खाना पकाने से क्या फायदे होते हैं।

स्वादिष्ट भोजन:
मिट्टी के बरतनों में पकाया गया भोजन अन्य किसी मेटल के बरतन के पकाए गए भोजन की तुलना में अधिक स्वादिष्ट होता है क्योंकि मिट्टी के बरतनों में नमी और हीट बरकरार रहती है इसलिए खाना सही तरीके से पकता है। साथ ही इसमें मिट्टी का स्वाद और सुगंध मिलती है तो यह खाने के फ्लेवर को और बेहतर कर देती है।

मिनरल्स और विटामिन्स:
मिट्टी के बरतनों में खाना पकाने से आपका भोजन अधिक पौष्टिक होता है क्योंकि यह आपके भोजन में कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन, मैग्नीशियम, सल्फर जैसे मिनरल्स और विटामिन्स को शामिल करता है।

खाने का पोषण बरकरार रहता है:
मिट्टी के बरतनों में खाना धीरे-धीरे पकता है जिससे खाने का पोषण बरकरार रहता है। जबकि अन्य किसी धातु के बरतन में खाना पकाते वक्त खाने का पोषण कम हो जाता है।

खाने को दोबारा गर्म करने की जरुरत नहीं होती:
जब आप खाने को गर्म करते हैं तो खाने से पोषक तत्व कम हो जाते हैं और वह भोजन आपके लिए फायदेमंद नहीं होता। यहां तक कि कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे हैं जिन्हें दोबारा गर्म करने पर वो हानिकारक हो जाते हैं। मिट्टी के बरतन में खाना पकाने से यह अधिक देर तक गर्म रहता है क्योंकि इसका तापमान लंबे समय तक बरकरार रहता है और खाने को दोबारा गर्म करने की जरुरत नहीं पड़ती।

“मिट्‌टी का बर्तन यूज करने से पहले ये स्टेप्स फॉलो करें
बाजार से लाने के बाद बड़े बर्तनों को 12 घंटे पानी में भिगोकर रखें।
छोटे बर्तन जैसे गिलास, कटोरी, दही जमाने की हांडी को 6 घंटे भिगोएं।
दूसरे दिन बर्तन में हल्का गर्म पानी डाल कर धोएं।
धोने के लिए एक ब्रश का इस्तेमाल करें, ताकि एक्स्ट्रा मिट्‌टी निकल जाएं।
यह भी याद रखें कि मेटल ब्रश का इस्तेमाल नहीं करना है।
इसे धूप में अच्छी तरह से सुखाएं, फिर इसके अंदर खाने का तेल चारों ओर लगाएं।
अब इसमें पानी भरकर गैस पर मध्यम आंच पर गर्म करें।
आधे घंटे के बाद पानी को फेंक दें। इस तरह बर्तन खाना बनाने और खाने-पीने के लिए तैयार है।

ये तीन बातें भी याद रखें
बाजार में मिलने वाले चमकीले और पेंट किए हुए मिट्‌टी के बर्तन में कई तरह के केमिकल होते हैं, जो नुकसान पहुंचाते हैं। इसलिए नॉर्मल दिखने वाले बर्तन ही लें।
फ्रिज में मिट्टी के बर्तन रखने से पहले उसे ठंडा होने दें। अगर आप गर्म बर्तन ही फ्रिज में रख देंगे तो वह क्रैक हो जाएगा।
कभी भी खाली मिट्टी के बर्तन को चूल्हे पर न रखें।
जब भी आप मिट्टी के बर्तन को ओवन से हटाते हैं तो इसे सीधे ठंडी सतह पर न रखें। इससे बर्तन टूट जाएगा। हमेशा ओवन मैट्स, या किसी टॉवेल पर रखें।


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