उद्यमिता की राह अपनाने वाले फिरोज अहमद जी का विजन सिर्फ मुनाफे तक सीमित नहीं है, बल्कि उनकी पहली प्राथमिकता लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना हैं

कमलेश यादव: एक सफल उद्यमी का जुनून उसकी दूरदर्शिता और कड़ी मेहनत का आधार होता है। वे समस्याओं को अवसर में बदलने का हुनर रखते हैं और असफलताओं से सीखकर आगे बढ़ते हैं। आज हम बात कर रहे हैं संस्कारधानी राजनांदगांव में रहने वाले युवा उद्यमी फिरोज अहमद जी की, जो आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। अपनी दूरदर्शी दृष्टिकोण और सामाजिक दायित्व की भावना के साथ उन्होंने “आमीन मोटर्स” की स्थापना की और हरित क्रांति की ओर कदम बढ़ाते हुए ई-रिक्शा (उड़ान) की डीलरशिप शुरू की। यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हुई, बल्कि रोजगार सृजन के क्षेत्र में भी मील का पत्थर बनी।

 

सत्यदर्शन लाइव को फिरोज अहमद जी ने बताया कि ई-रिक्शा को बढ़ावा देना न केवल एक पर्यावरणीय समाधान है, बल्कि यह शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में परिवहन का एक सस्ता और सुलभ साधन भी बन गया है। इस पहल ने कई परिवारों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया है। यहां के आश्वस्त ग्राहक सर्विस की गुणवत्ता और समय पर सहायता के लिए “आमीन मोटर्स” की ओर खिंचे चले आते हैं।

अवसर प्रदान करने की प्रतिबद्धता
गौरतलब है कि फिरोज अहमद का उद्देश्य स्पष्ट है- विकास के साथ-साथ लोगों को आत्मनिर्भर बनाना। उनकी सोच और मेहनत का नतीजा है कि अब उनकी फ्रेंचाइजी दूसरे शहरों में भी फैल गई है, जिससे रोजगार के कई नए अवसर पैदा हो रहे हैं। आज राजनांदगांव समेत अंबागढ़ चौकी, खैरागढ़, दुर्ग और भिलाई में करीब 850 ई-रिक्शा (उड़ान) बाजार की शोभा बढ़ा रहे हैं। उनकी सफलता का मुख्य कारण उच्च गुणवत्ता, बेहतरीन ग्राहक सेवा और लोगों को रोजगार के नए अवसर प्रदान करने की प्रतिबद्धता है।

उद्यमी फिरोज अहमद जी ने उत्कृष्ट कार्य और समर्पण के बल पर 2023 में बेस्ट ई-रिक्शा सेलिंग अवार्ड और 2024 में क्राउन डीलर अवार्ड प्राप्त किया है। उनकी सफलता का मुख्य आधार कुशल नेतृत्व क्षमता और उनके साथ काम करने वाली 32 प्रशिक्षित स्टाफ की टीम है, जो पूरी व्यवस्था को कुशलतापूर्वक प्रबंधित करती है।

फीडबैक
राजेश जगने, प्रह्लाद कुंडेकर, भागवत निषाद, और राजू साहू जैसे हजारों ग्राहक आमीन मोटर्स की सेवाओं से पूरी तरह संतुष्ट हैं। राजेश जगने पिछले 3 वर्षों से ई-रिक्शा चला रहे हैं और उनके अनुसार, इरिक्शा उड़ान के वाहन न केवल भरोसेमंद हैं, बल्कि उनकी कमाई का स्थायी साधन भी बने हैं। प्रह्लाद कुंडेकर बताते हैं कि आमीन मोटर्स की सेवा और गुणवत्ता अन्य डीलरों से कहीं बेहतर है। भागवत निषाद और राजू साहू ने भी अपनी सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यहां की बिक्री के बाद की सेवा और तकनीकी सहायता समय पर और उत्कृष्ट है। आमीन मोटर्स ने अपने ग्राहकों के भरोसे और संतोष को हमेशा प्राथमिकता दी है, जिससे उनकी सेवा को लगातार सराहना मिलती रही है।

महिलाएं आत्मनिर्भरता की कहानी गढ़ रही हैं
आज के दौर में ई-रिक्शा न सिर्फ पर्यावरण को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है बल्कि आजीविका का एक अच्छा साधन भी बनकर उभरा है। यह उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है जो अपना खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं। युवाओं के अलावा अब महिलाएं भी ई-रिक्शा की स्टीयरिंग थामकर महिला सशक्तिकरण की दिशा में काम कर रही हैं और आत्मनिर्भरता की राह अपना रही हैं।

उद्यमिता की राह अपनाने वाले फिरोज अहमद जी का विजन सिर्फ मुनाफे तक सीमित नहीं है, बल्कि उनकी पहली प्राथमिकता समाज और लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना है। व्यवसाय में आर्थिक लाभ के अलावा सबसे महत्वपूर्ण चीज पर्यावरण संरक्षण है जिसके लिए ई-रिक्शा एक बेहतर विकल्प है। उनकी सफलता का यह सफर प्रेरणा देता है कि हरित क्रांति के साथ-साथ मानव सेवा को भी प्राथमिकता दी जानी चाहिए।


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