
हम सुंदर क्यों नहीं हैं? हमारे पास पैसा क्यों नहीं? मेरी हाइट कम क्यों है? इन्हीं शिकवे-शिकायतों के साथ हम वो नहीं देख पाते जो हमारे पास है…पायल और कपिल को दुनिया बौना कहती है…दोनों मानते हैं कि अगर आपके पास कोई कमी है तो उसे ताकत बनाओ,उसे कमजोरी न बनने दो
जिंदगी आपको जितना भी दे दे और ज्यादा पाने की चाहत बनी रहती है। बहुत कम लोग होते हैं जो अपने जीवन से खुश रहते हैं। हम सुंदर क्यों नहीं हैं? हमारे पास पैसा क्यों नहीं? मेरी हाइट कम क्यों है? इन्हीं शिकवे-शिकायतों के साथ हम वो नहीं देख पाते जो हमारे पास है। आपका भी नेचर अगर ऐसा है तो आज की पॉजिटिव खबर जरूर पढ़नी चाहिए।
यह कहानी है इंदौर के कपिल बजाज की। कपिल को दुनिया बौना कहती है पर उनकी सकारात्मक सोच उन तमाम लोगों से बड़ी है जो जरा-जरा सी बात से घबराकर जिंदगी को कोसने लगते हैं। उनकी हमसफर हैं पायल थावानी। पायल की हाइट भी कपिल जितनी ही है।दोनों ने तमाम चुनौतियां को मात देकर अपनी खुशियों की चाभी ढूंढ निकाली है। दोनों मानते हैं कि अगर आपके पास कोई कमी है तो उसे ताकत बनाओ, उसे कमजोरी न बनने दो।
एक समय जिंदगी से निराश था
कपिल का जन्म आर्थ्रोग्रोपोसिस के साथ हुआ था। यह वह कंडीशन है जब नवजात के मसल्स डेवलप नहीं होते। हडि्डयां उतनी लचीली नहीं होतीं जितनी एक नॉर्मल व्यक्ति की होती हैं। इंसान एक ही स्थिति में अकड़ा रहता है। कपिल के केस में उनके घुटने में कैप भी नहीं था। हिप के जॉइंट भी अपनी जगह पर नहीं थे। उन्हें हर वक्त शरीर में झंझनाहट होती थी। इन प्रॉब्लम्स के साथ उनका वजन भी लगातार बढ़ रहा था।
एक दिन ऐसा आया कि 3 फीट 8 इंच लंबे कपिल का वजन 68 किलो हो गया। कपिल बताते हैं कि जब छोटे थे तब उतना कुछ समझ में नहीं आता था। जैसे-जैसे बड़े हुए रोजाना एक चुनौती आने लगी। हाइट कम थी तो कोई बच्चा अपने साथ खेलने नहीं देता था। बड़े सोचते कि यह कुछ नहीं कर पाएगा। रास्ते से गुजरता तो अंजान हंसते थे। इन सबसे हीन भावना आ गई।
बचपन में उनके पैर की सर्जरी हुई थी, जिससे उनकी चलने की क्षमता प्रभावित हुई थी। बताते हैं कि मुझे स्कूल में सीढ़ियां चढ़ने या बैग ले जाने में भी कठिनाई होती थी। मुझे हर समय हेल्प के लिए कोई साथ चाहिए होता था। जब वे दसवीं क्लास में पहुंचे तब उनका पैर फ्रैक्चर हो गया। इसे ठीक होने में दो महीने का समय लगा।
उनका वजन इतना बढ़ गया कि कॉलेज में लेक्चर देर तक बैठकर सुन नहीं पाते थे। कई बार दर्द की वजह से बीच में ही लेक्चर छोड़ना पड़ता था। दर्द बर्दाशत करना मुश्किल होता था। इस वजह से उनके मन में आत्महत्या का विचार आने लगा था।
जिम वाले ने मना किया तो खुद वजन कम करने में लग गए
कपिल कहते हैं- मुझे समझ आ गया कि मेरी हाइट और बढ़ते वजन में ही प्रॉब्लम है। मैंने जिम जाने की सोची। मैंने एक जिम के मैनेजर से कॉन्टैक्ट किया। उन्होंने मुझे साफ मना कर दिया। उनका कहना था कि फिजिकल कॉम्प्लिकेशन की वजह से मुझपर वे रिस्क नहीं ले सकते। इसके बाद मैंने खुद अपने वजन को कंट्रोल करने का फैसला लिया। इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर सारे वीडियोज देख डाले। काफी रिसर्च किया कि क्या करना है, कैसे करना है और क्या खाना है।
इस तरह मैंने एक वर्कआउट प्लान और डाइटचार्ट तैयार किया। मेरा मनोबल कम न हो इसलिए रोजाना मोटिवेशनल कोट पढ़ता था। मैं हेवी वर्कआउट नहीं कर सकता था, इसलिए शुरुआत पानी के बॉटल्स उठाने से की। जितना पैदल चल सकता था चलने लगा। मार्च 2015 में मैंने वर्कआउट शुरू किया और एक महीने के अंदर मेरा चार किलो वजन कम हो गया था। खानपान बदलने का भी असर मेरे वजन पर पड़ा। इससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ता गया।
पढ़ाई को बना लिया अपना दोस्त
कपिल बताते हैं कि बचपन से ही मुझे स्पोर्ट्स पसंद है। मोहल्ले के बच्चे अपने साथ खेलने नहीं देते थे। जब मैं जाता तो वे कहते कि तुम्हारी हाइट कम है खेल नहीं सकते हमारे साथ। स्कूल में भी यही हाल था। गेम्स पीरियड में मैं सबको खेलते हुए सिर्फ देखता था। मेरे मन में अक्सर यह ख्याल आता कि ऐसा क्या करूं कि सबको लगे कि मैं भी कुछ कर सकता हूं।
आगे वे कहते हैं कि मैंने खुद को पढ़ाई में लगा दिया। उसे ही अपना दोस्त बना लिया। एक ऐसा दोस्त जो मेरी खामियां नहीं देखेगा, बल्कि मेरे कॉन्फिडेंस को बढ़ाएगा। इसके बाद मैंने बैंकिग की तैयारी शुरू कर दी। एग्जाम दिया पर पास नहीं हो पाया। सोचा फील्ड बदल देता हूं। ग्राफिक्स डिजाइनिंग का कोर्स करने लगा। क्लास का बेस्ट स्टूडेंट था मैं, इसके बाद भी मुझे किसी ने अच्छी जॉब नहीं दी। हार नहीं मानी और फिर से बैंक का एग्जाम दिया। इस बार पास हो गया। फिलहाल यूनियन बैंक में जूनियर एसोसिएट के तौर पर काम कर रहा हूं।
पायल की कहानी भी कुछ अलग नहीं थी
पायल राजस्थान से हैं। बौनापन उसके लिए भी कठिन था। बताती हैं– लोग मुझे घूरते थे, और मैं खुद को दोषी महसूस करती थी। एक समय ऐसा था कि मैंने घर से बाहर निकलना बंद कर दिया था। कॉलेज की पढ़ाई भी प्राइवेट की। मुझे लगता था कॉलेज में मेरा मजाक बनाया जाएगा। फैमिली फंक्शन से भी दूरी बना ली थी। पूरा परिवार कहीं जाता तो मैं घर पर ही रहती थी। यही वजह थी कि मैं हमेशा मशहूर होना चाहती थी, ताकि लोगों का नजरिया मेरे लिए बदल जाए।
पायल कहती हैं कि मैं चाहती थी कि लोग मुझे जानें, और इसलिए मैंने टिकटॉक पर वीडियो बनाना शुरू कर दिया। मेरा भाई दीपक भी मेरी तरह है। हम दोनों टिकटॉक पर फेमस हो गए थे। फिर टिकटॉक बंद हो गया तो हम इंस्टाग्राम पर शिफ्ट हो गए। शादी के बाद मैं कपिल के साथ वीडियो बनाने लगी।
पायल थावानी का वजन भी कपिल की तरह बढ़ रहा था। बड़ी मुश्किल से एक साल में 26 किलो वजन कम कर पाईं। बताती हैं– जैसे ही वजन कम हुआ आत्मविश्वास बढ़ने लगा। मेरे भाई ने एक दिन मुझे एक खास ऐप के बारे में बताया। यह ऐप हमारे जैसे खास लोग जो फिजिकली डिसेबल हैं उनके लिए था। मैंने इसे डाउनलोड कर लिया। यहीं मेरी मुलाकात कपिल से हुई। कपिल की बातचीत से मैं उन्हें दिल दे बैठी। कपिल ने मेरे और मेरे भाई की मदद वजन कम करने में की। न हम मिले थे न ही हमारे परिवार वाले। इसके बावजूद घर वालों की इच्छा थी कि हम शादी कर लें। इस तरह दिसंबर 2019 में हमारी मुलाकात हुई और जनवरी 2021 में हमने शादी कर ली।
इंस्टा पर बन गया लिटिल कपल का अकाउंट
शादी के बाद दोनों लिटिल कपल के नाम से इंस्टाग्राम पर आए। शादी के टाइम पर सिर्फ 1600 फॉलोअर्स थे। शादी की डांस वीडियो वायरल हुए और फॉलोअर्स बढ़े। आज इंस्टाग्राम पर 124K फॉलोअर्स हैं। इनके अकाउंट का बायो है– हाइट हमारी छोटी है मगर प्यार पूरा है। ये वीडियो बनाकर लोगों को इंस्पायर कर रहे हैं।आज पॉपुलैरिटी की वजह से उन्हें इंस्टाग्राम के माध्यम से पैसे कमाने का मौका मिला है। दोनों प्रोडक्ट्स की पेड पार्टनरशिप के जरिए प्रोमोशन करते हैं। कंपनी अपने प्रोडक्ट को प्रोमोट करने के लिए पैसे देती है।
कपिल का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान यूट्यूब् से भी हमने 35 हजार महीने कमाने की शुरुआत की थी। यह रकम बढ़ भी रही थी। लेकिन ऑफिस और दूसरों काम में व्यस्त होने की वजह से यूट्यूब् पर vlogging कम कर दी है। आज सिर्फ इंस्टाग्राम पर काम कर रहे हैं।
पायल बताती हैं कि मैं पहले बहुत चिंता किया करती थी। जब से दोनों साथ है पॉजिटिविटी बढ़ी है। लोग हमें काम भी दे रहे हैं। हम vlogging से भी पैसे कमा रहे हैं। यह सब कपिल की वजह से संभव हो पाया है। उन्होंने ही मुझे मेहनत करने और हार नहीं मानने के लिए प्रेरित किया है। हम साथ हैं और यह मेरे लिए सबसे खूबसूरत चीज है।