
जिले में पद्मश्री डॉ. पुखराज तथा डॉ. उत्तम को लगा कोरोना का पहला टीका
राजनांदगांव। जिले में शिशु रोग विशेषज्ञ पद्मश्री डॉ. पुखराज बाफना तथा डॉ. उत्तम कोठारी को टीका लगने के साथ ही शनिवार को कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो गई है। शाम पांच बजे तक जिले के 251 लोगों को कोविड-19 टीका से प्रतिरक्षित किया गया। प्रतिरक्षित लोगों को कोविड-19 टीका की अगली डोज 28 से 30 दिन के भीतर लगाया जाएगा। इसके लिए उनके मोबाइल पर मैसेज भी आएगा।
कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस पर नियंत्रण के लिए जिले में टीकाकरण शुरू किया गया। कोरोना का टीका शुरुआत में क्रमशः शिशु रोग विशेषज्ञ पद्मश्री डॉ. पुखराज बाफना तथा डॉ. उत्तम कोठारी को लगाया गया। फिलहाल यह पूरे विश्वास के साथ कहा जा सकता है कि विश्व में तबाही मचाने वाले कोविड-19 वायरस जैसी विकराल समस्या का अब समाधान निकल चुका है। वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने बताया, शनिवार को लांचिंग के लिए जिला, ब्लॉक एवं सत्र स्तर पर नोडल अधिकारियों और पर्यवेक्षकों को नामित किया गया था। जिले में शनिवार को 251 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया। इनमें डोंगरगढ़ में 64, सोमनी में 78, जिला अस्पताल में 47 तथा पेंड्री में 62 लोगों का टीकाकरण किया गया। इसके पहले जिले में दो बार ड्राई रन यानी पूर्वाभ्यास भी किया जा चुका है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि भारत में विकसित कोरोना वैक्सीन पूरी तरह प्रभावी है। कोल्ड चेन के मानकों को पूर्ण करते हुए यह वैक्सीन जिले में आई है। अत्याधुनिक तकनीक से हम कोल्ड चेन बनाए हुए हैं। सीएमएचओ ने बताया कि पहले डोज के बाद दूसरा डोज 28 या 30वें दिन लगेगा। टीका लगने के बाद आधे घंटे तक टीकाकरण केंद्र पर रुकना होगा। प्रतिरक्षित व्यक्ति को यदि बेचैनी या किसी भी तरह की समस्या होती है तो निकटतम स्वास्थ्य केंद्र में इसकी सूचना दें। इसके लिए एंबुलेंस सेवा 108 भी उपलब्ध रहेगी। प्रतिरक्षित व्यक्ति भी कोरोना अनुरूप व्यवहारों जैसे मास्क पहनना, हाथ की सफाई और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखने का पालन करें।
उन्होंने बताया कि उच्च जोखिम वाले समूहों को प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण के लिए चिन्हित किया गया है। इन्हें तीन समूहों में बांटा गया है-पहले समूह में हेल्थकेयर वर्कर, दूसरे समूह में फ्रंटलाइन वर्कर, तीसरे समूह में 50 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति तथा जो पहले से ही किसी रोग से ग्रसित हैं। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. बीएल कुमरे ने कोरोना टीका की अगली डोज 28 से 30 दिन के भीतर लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि कोई व्यक्ति बिना पंजीकरण के कोरोना वैक्सीन नहीं प्राप्त कर सकता है। कोरोना वैक्सीनेशन के लिए पंजीकरण के बाद ही सत्र स्थल और समय की जानकारी दी जाएगी। फोटो आईडी पंजीकरण और सत्यापन दोनों के लिए जरूरी है। ऑनलाइन पंजीकरण के बाद लाभार्थी को वैक्सीनेशन की नियत तिथिए स्थान और समय के बारे में मोबाइल पर एसएमएएस प्राप्त होगा। कोरोना वैक्सीन की उचित खुराक मिलने पर लाभार्थी को उनके मोबाइल नंबर पर एक क्यूआर कोड आधारित प्रमाण पत्र भी भेजा जाएगा।
अनुपस्थित की बनेगी सूची
डॉ. कुमरे ने बताया, शनिवार को शुरू हुए कोविड-19 टीकाकरण अभियान के दिन कई ऐसे लोग भी रहे जिनका नाम कोविन पोर्टल पर पंजीकृत था, लेकिन वह टीकाकरण के समय नहीं आए। अनुपस्थित लोगों की अब एक अलग सूची तैयार होगी। इन लोगों को टीकाकरण के लिए अलग से समय दिया जाएगा।
सत्यापन के लिए यह आवश्यक
अगर आप कोविड-19 टीकाकरण के लिए जा रहे हैं तो अपना एक पहचान पत्र ले आना न भूलें। इसमें आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आइडी एवं पैन कार्ड, पासपोर्ट, जॉब कार्ड, पेंशन दस्तावेज, मनरेगा कार्ड, स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, सांसदों, विधायकों, एमएलसी को जारी आधिकारिक प्रमाण पत्र, बैंक, पोस्ट ऑफिस की पासबुक, केंद्र-राज्य सरकार या पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा जारी सेवा आईडी कार्ड आदि में कोई एक हो सकता है।
टीका है सुरक्षित
स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है जिन चयनित लाभार्थी को टीकाकरण के लिए कोविशील्ड दिया जाएगा उन्हें दूसरे डोज में कोविशील्ड वैक्सिीन ही दी जाएगी। वहीं यदि किसी चयनित लाभार्थी को कोवैक्सिीन दिया गया है तो उसे कोवैक्सिीन का ही दूसरा डोज दिया जाएगा। कोविशील्ड के प्रत्येक वाइल में 10 डोज है। यानी इसके एक वाइल से 10 लोगों को टीकाकृत किया जा सकेगा, जबकि कोवैक्सिीन वाइल में 20 डोज हैं। टीकाकरण को लेकर सभी प्रकार की सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है। मंत्रालय द्वारा यह आश्वस्त किया गया है कि कोविड टीकाकरण पूरी तरह सुरक्षित और असरदार है। टीके जल्द बनाए गए लेकिन पूरे नियमों का पालन किया गया ताकि यह सुरक्षित हो।
ऐसी स्थिति में न लें टीका
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है जिन लोगों की दवा या किसी प्रकार के खाने की ऐलर्जी है वह यह टीका न लगवाए। गर्भवती, धात्री या ऐसी महिलायें जिन्हे गर्भवती होने की संभावना लग रही है उनको भी यह टीका नहीं लगवाना चाहिए। यह टीका 18 वर्ष से काम की उम्र के बच्चों के लिए भी नहीं है। कुछ स्तिथियों में टीका 4 से 8 हफ्ते बाद लगेगा। ऐसे व्यक्ति जिनमें कोरोना के लक्षण पाए गए हैं या जो कोरोना पाजिटिव पाए गए हैं, ऐसे कोविड पाजिटिव व्यक्ति जिन्हें एंटी-सारस-कोव-2 मानोक्लोनल अंटीबॉडीस या कान्वलेसन्ट प्लाज्मा दिया गया हो या वर्तमान में अस्वस्थ व्यक्ति या अस्पताल में भर्ती व्यक्ति।