
27 वर्षीय युवा निर्दलीय प्रत्याशी भुवन साहू जिन्होंने लोकतंत्र की इस रण में अपने मुद्दों को लेकर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करायी है
कमलेश यादव : लोकतंत्र के महापर्व में जीत हासिल करने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां एड़ी-चोटी का जोर लगा रहें हैं. सबकी अपनी-अपनी घोषणाएँ और मुद्दे हैं। इन सबके बीच हम राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र क्रमांक 06 से 27 वर्षीय युवा निर्दलीय उम्मीदवार भुवन साहू के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने लोकतंत्र की इस रण में अपने मुद्दों को लेकर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई है। उनकी कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं है और वे कृषि कार्य और मजदूरी से अपना जीवन यापन करते हैं, फिर भी वे आम जनता के सामने मुखरता से अपने मुद्दों को रख रहे हैं।
सत्यदर्शन लाइव से बातचीत के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी भुवन साहू ने शिक्षा, स्वास्थ्य और हर परिवार को रोजगार मुहैया कराने के अलावा पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता जताई. उनका कहना है कि हम इस धरती पर रहते हैं लेकिन मानवीय स्वार्थ के कारण प्राकृतिक संसाधनों का लगातार दोहन हो रहा है। अगर समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो हमें गंभीर परिणाम देखने को मिलेंगे।
NIOS से डीएलएड डिप्लोमा वाले लाखों युवाओं की भविष्य अंधकारमय
केंद्र सरकार से मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान यानी NIOS से डीएलएड डिप्लोमा करने वाले छत्तीसगढ़ के लाखों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है। उनकी डिग्री को सुप्रीम कोर्ट ने अमान्य कर दिया है. इस फैसले से उन अभ्यर्थियों की चिंता बढ़ गई है जो प्राथमिक स्तर के सरकारी स्कूलों में शिक्षक की नौकरी पाने का सपना देख रहे हैं. अगर यही करना था तो इसकी पढ़ाई क्यों कराई गई?
भ्रष्टाचार बनाम शिष्टाचार
युवा प्रत्याशी भुवन साहू ने बताया कि,भ्रष्टाचार इस समस्या से हर शख्स जूझ रहा है लेकिन किसी ने उफ तक नहीं की. सभी बर्दाश्त कर रहे हैं कि छोटे-छोटे काम के लिए बिना पैसे दिए काम नहीं हो रहा है. आम जनता मूकदर्शक बनकर जवाब देने को तैयार है. भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ने की तैयारी करनी होगी, इसके लिए देश की जनता को जन आंदोलन खड़ा करने की जरूरत है.
प्रकृति की संपदा से भरपूर राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र की जनता मेहनती और धैर्यवान है। उन्हें अभी तक उनके श्रम का उचित मूल्य नहीं मिल पाया है। बड़ी इमारतें और बुनियादी ढांचा ही विकास का पर्याय नहीं हैं। मेरा पहला लक्ष्य मानव संसाधन को और अधिक विकसित करना है। क्योंकि असली शासक तो जनता ही है. आप मुझे वोट दें या न दें, मैं आपका बेटा बनकर रहूंगा, लेकिन जो जायज मांगें अभी तक पूरी नहीं हुई हैं, उनके लिए आवाज जरूर उठाएं।लोकसभा प्रत्याशी के तौर पर उन्हें चुनाव चिह्न CCTV CAMERA मिला है.
जनता के हित मे कुछ प्रमुख मांगे
1. विधायक और सांसद का पेंशन बंद हों
2. सांसद और विधायकों के ऊपर प्रतिमाह होने वाली अतिरिक्त खर्च 1.50 लाख (अनुमानित) बंद हों
3.शिक्षकों की कमी दूर हों जिसमे मुख्यतः प्राथमिक पाठशालाओं में 5 शिक्षक अनिवार्य हों
4. प्रकृति को बगैर नुकसान पहुचाए लोकसभा क्षेत्र के प्रत्येक जिले विकासखंड में आद्योगिक इकाई की स्थापना हो
5.चिकित्सा का अधिकार लागू हो