महिलाओं के संघर्ष एवं सशक्तिकरण के सफल चित्रण की कहानी दिखाई देगी फ़िल्म कबड्डी में

28 जुलाई को होगी प्रदेश भर में एक साथ रिलीज

रायपुर । यह सच है कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है और महिलाओं को आगे बढ़ना भी चाहिए, यह उनका अधिकार है, हक़ है, महिलाओं के इसी अधिकार और हक की कहानी कहती है छत्तीसगढ़ी फ़िल्म कबड्डी। फिल्म कबड्डी महिलाओं के संघर्ष को दर्शाती है। निर्माता सुनील तायल का बतौर छत्तीसगढ़ी फ़िल्म निर्माता के रूप में यह उनकी डेब्यू फिल्म है, वे कहते हैं कि महिला सशक्तिकरण फ़िल्म समूहो में सीजी फ़िल्म कबड्डी बिल्कुल हटकर है, जिसमे सामाजिक नियमों के अधीन रहकर परिवार की जिम्मेदारियों को सम्हालते हुए औरतों का संघर्ष दिखाया गया है। फ़िल्म कबड्डी पुर्णतःनारी शक्ति पर आधारित फिल्म है, जिसमें गांव की औरतों को रोजमर्रा के कार्यों की जिम्मेदारी और उनके समाज में सशक्त भूमिका को दर्शाया गया। जब हम गांव की संघर्षशील महिलाओं की बात करते तो उनका यह संघर्ष शहरी जीवन से अलग होता है, जिसे फ़िल्म कबड्डी में भली भांति दिखाया गया है।इस फ़िल्म में छत्तीसगढ़ के मंजे हुए कलाकार सहित उत्तर प्रदेश के कानपुर, मथुरा, प्रयागराज समेत दिल्ली, पंजाब, कोलकाता, बिहार, कश्मीर व अन्य कई राज्यों से युवा चेहरों बड़े परदे पर अभिनय करने का मौका मिला है। इस फ़िल्म से जुड़े प्रस्तुता जाने-माने निर्माता, रॉकी दासवानी ने बताया कि यह फिल्म 28 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। फिल्म उन 12 महिलाओं के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने अधिकार के लिए संघर्ष करती हैं। फिल्म में कृष्ण लाल चंदानी और कुणाल सिंह ने संगीत दिया है। फिल्म के प्रस्तुतकर्ता और निर्माता रॉकी दासवानी का कहना है कि इस फिल्म की कहानी में महिला सशक्तिकरण का प्रेरणादायी संदेश है, आज महिलाएं सशक्त हैं वे अपने रास्ते में आने वाली किसी भी चुनौती को बखूबी पार कर सकती हैं। उन्होंने बताया कि फिल्म में मुख्य भूमिका निभाने वाली 12 महिलाओं को देश के विभिन्न हिस्सों से चुना गया है। इस फिल्म के लेखक व निर्देशक कुलदीप कौशिक हैं। निर्माता सुनील तायल और सह निर्माता विकास जैन हैं। सुनील तायलऔर विकास जैन ने बताया कि फ़िल्म कबड्डी संघर्षिशील महिलाओ को नए रूप में चित्रित करती है, ऐसी महिलाओं के लिए यह फ़िल्म प्रेरक के रूप में नई सीख प्रदान करेगी। फ़िल्म के गीत-संगीत भी सुमधुर बन पड़े हैं। फिल्म के गीतों को आवाज दी है अलका चंद्राकर और अनुराग शर्मा के साथ मोनिका वर्मा ने।इस फिल्म के दो गीत का छत्तीसगढ़ी अनुवाद छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध गीतकार चम्पेश्वर गोस्वामी ने किया है।छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध कलाकार उपासना वैष्णव और उर्वशी साहू की (कचरा बोदरा फेम )जोड़ी के साथ दिल्ली की अक्षिता गुप्ता, उत्तर प्रदेश की पूजा वर्मा, गंगाराम साहू व अर्जुन कृष्णा, संदीप बेनीवाल आदि नजर आने वाली हैं।


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