
छत्तीसगढ़ गौरव…नेपाल की धरती पर गूंजी हल्बी कविता…फल दयसे पान दयसे…दयसे आमके पानी…रान बन के नी गोंदा…आमके होयसे हानी
Highlight
• डॉ.विश्वनाथ देवांगन ‘मुस्कुराता बस्तर’ की हल्बी कविता “रान बन के नी गोंदा,,,”अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में पढ़ी गई और अब तक किसी भी अन्तर्राष्ट्रीय पटल पर हल्बी भाषा व कविता को पढ़ने व पहुंचाने का गौरव हासिल किया।
• भारत,नेपाल,अमेरिका,चीन, तंजानिया,कनाडा,सयुक्त अरब अमीरात सहित दुनिया के दर्जन भर से अधिक देशों के साहित्यकार और कला संस्कृति प्रेमी शामिल हुए।
•अन्तर्राष्ट्रीय लेखक सनत रेग्मी विश्वनाथ देवांगन’मुस्कुराता बस्तर’ को उपहार में अपनी सभी किताबें भेजेंगे।
• भारत नेपाल व अमेरिका की विश्वविद्यालयों में पढ़ाई जाती हैं सनत रेग्मी की कहानियां
• हल्बी भाषा में अन्तर्राष्ट्रीय पटल पर संबोधन व कविता पढ़ने का रिकार्ड पूर्व में हरियाणा में बनाया था उसी क्रम में विदेशी धरती पर हल्बी भाषा में कविता पढ़कर फिर से नया रिकार्ड कायम किया।
रायपुर : नेपाल में ऐतिहासिक विश्व प्रतिभा अंतरराष्ट्रीय सम्मान समारोह का आयोजन भव्यता पूर्वक संपन्न हुआ। नेपाल की पवित्र भूमि शक्तिपीठ बागेश्वरी धाम नेपालगंज में दो दिवसीय सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य नेपाल भारत के बीच साहित्यिक पर्यटन के विकास,देवनागरी लिपी के सरंक्षण,नेपाल में हिंदी भाषा तथा साहित्य के प्रचार प्रसार, साहित्य, शिक्षा तथा विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाओं को उल्लेखनीय योगदान हेतु प्रोत्साहित करने के लिए सम्मानित करने तथा नेपाल भारत बीच साहित्यिक,सांस्कृतिक सम्बंध को और अधिक मजबूत बनाना है।विश्व प्रतिभा अंतरराष्ट्रीय सम्मान समारोह का आयोजन किया गया है।
समारोह की अध्यक्षता संस्था के संस्थापक अध्यक्ष आनन्द गिरि मायालु ने की है तथा प्रमुख अतिथि के रुप में नेपाल की सबसे बड़ी सरकारी साहित्यिक संस्था नेपाल राजकीय प्रज्ञा प्रतिष्ठान के पूर्व सचिव सनत रेग्मी तथा नेपालगंज उप महानगर पालिका के उप प्रमुख कमरुद्दीन राई , प्राज्ञ महानंद ढकाल, प्राज्ञ शशिराम कार्की, नेपाल टेलिविजन के प्रमुख विजय वर्मा, अवधी सांस्कृतिक प्रतिष्ठान तथा विश्व हिंदी महासभा नेपाल चैप्टर के अध्यक्ष विष्णु लाल कुमाल, उद्योगपति तथा समाजसेवा नंदलाल वैश्य सहित अन्य दर्जनों साहित्यकार, पत्रकार तथा राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों की सहभागिता रही थी।
दो दिवसीय विश्व प्रतिभा अंतरराष्ट्रीय सम्मान समारोह में देश विदेश की महान प्रतिभाओं को विश्व प्रतिभा अंतरराष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया गया है,इस सत्र में देश विदेश की दर्जनों प्रतिभाओं को विश्व प्रतिभा अंतरराष्ट्रीय सम्मान से मोमेंटो, मेडल, अंगवस्त्र तथा विश्व प्रतिभा परिचय पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया है। सम्मानित होने वाली प्रतिभाओं में छत्तीसगढ़ बस्तर से डॉ.विश्वनाथ देवांगन ‘मुस्कुराता बस्तर’,सतारा से डॉ दिलीप कुमार कसबे,दमोह से डॉ सूर्य नारायण गौतम,लखनऊ से रमेश चंद्रा पर्यावरणविद व अन्य प्रतिभाओं को भारत से प्रत्यक्ष सम्मानित किया गया है। इसी तरह नेपाल से वरिष्ठ नेपाली साहित्यकार सनत रेग्मी,महानंद ढकाल,व अन्य प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।
समारोह में काव्यपाठ कार्यक्रम में सहभागी प्रतिभाओं में डॉ विश्वनाथ देवांगन’मुस्कुराता बस्तर’ ने हल्बी भाषा में कविता पढ़कर नया कीर्तिमान स्थापित किया जिस पर मंच पर ही शुभकामनाएं दी गई। साथ ही हल्बी से हिन्दी में कविता पढ़कर व भावार्थ बताकर खूब तालियां बटोरी। इस समारोह में एक सत्र सांस्कृतिक संध्या में विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों ने अपनी लोक परम्परा के वेशभूषा में नृत्य प्रस्तुत किया था। जिसमें छत्तीसगढ़ बस्तर से डॉ विश्वनाथ देवांगन’मुस्कुराता बस्तर’ ने सुंदर बस्तरिया वेशभूषा में नृत्य प्रस्तुत किया।इस उपलब्धि के लिए युवा साहित्यकार को देश,विदेश व छत्तीसगढ़ बस्तर संभाग के साहित्यकारों शुभचितकों ने बधाई व शुभकामनाएं दी है।