
काव्य रथ…हम भी अपना काम करें…विचारों से नव आयाम गढ़ें
सूरज कभी नहीं रुकता है
वो अपना समय जानता है
कई युग बीत गये फिर भी
वह अपना काम नहीं भूलता है
चांद तारे सबको देखो
सागर सरिता से तुम सीखो
झरना ने झर झर सेवा की
कोई किसी को नहीं देखता है
हम भी अपना काम करें
विचारों से नव आयाम गढ़ें
देखें सिर्फ अपने आप को
पहले खुद को खुद से पढ़ें
अंधानुकरण नहीं है ठीक
सदानुकरण बहुत अच्छा है
हर वह व्यक्ति सफल महान है
जो अपने कर्म में सच्चा है
चम्पेश्वर गोस्वामी