मोनिका कहती हैं,”लोग सोचते हैं कि कैंसर के बाद सिर्फ मौत है, लेकिन मेरा मानना है कि कैंसर से परे एक बेहद खूबसूरत जिंदगी भी है और हमें इसे पूरी तरह से जीना चाहिए”

कैंसर वैश्विक स्तर पर सबसे खतरनाक और जानलेवा बीमारियों में से एक है। यह एक गंभीर शारीरिक स्वास्थ्य समस्या होने के साथ मानसिक रूप से भी रोगी के लिए काफी चुनौतीपूर्ण स्थितियां पैदा कर देती है। हालांकि नोएडा की मोनिक आहूजा जैसी कैंसर योद्धा, इस गंभीर रोग के शिकार अन्य लोगों के लिए जीवन की उम्मीद बनकर सामने आती हैं।

नोएडा के सेक्टर 93 में रहने वाली मोनिका कैंसर पीड़ित हैं और हाल ही में उन्होंने मिस इंडिया कैंसर वारियर  पेजेंट  में फर्स्ट रनर अप और  मिस पर्सनालिटी का ताज जीता है। यह खिताब सिर्फ एक पुरस्कार नहीं, लाखों कैंसर शिकार लोगों के लिए एक आशा की किरण है, जो ऐसी विषम परिस्थितियों में भी जीवन में बड़ा करने का हौसला देती है।

मोनिका कहती हैं-
अगर आपमें कुछ कर जाने का जज्बा है, कुछ पाने की ललक है तो तमाम बाधाएं भी आपको मंजिल तक पहुंचने से रोक नहीं सकती हैं। बस इस बात का हमेशा ख्याल रखें कि कोई भी लड़ाई आसान नहीं है और कोई संघर्ष इतना भी मुश्किल भी नहीं है, जो आपको आगे बढ़ने से रोक दे।

मोनिका का जीवन, उनकी तरह कैंसर के शिकार लोगों के लिए प्रेरणा है। सिर्फ कैंसर ही नहीं मोनिका उन लोगों को भी नई रोशनी दिखा रही हैं जो थोड़ी सी मुश्किल आते ही हिम्मत हार जाते हैं।

ब्लड कैंसर से पीड़ित हैं मोनिका
मोनिका एमबीए ग्रेजुएट हैं और करीब एक दशक तक कॉरपोरेट्स में नौकरी के बाद उन्होंने बच्चों को डांसिंग सिखाना शुरू किया। इसके साथ ही वह ब्लड कैंसर के रोगियों की मदद करने वाले एनजीओ का हिस्सा भी हैं। मोनिका खुद, ब्लड कैंसर से पीड़ित हैं। रक्त जो आपके पूरे शरीर में दौड़ता है, आपको ऊर्जा देता है, अंगों को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, वही रक्त शरीर के लिए कितनी बड़ी चुनौती पैदा कर सकता है, मोनिका इसकी उदाहरण हैं। साल 2018 में बिना किसी लक्षण के उनमें ब्लड कैंसर का निदान हुआ।

हंसती खेलती जिंदगी में अचानक इस तरह का बवंडर आ जाना किसी को भी भावनात्मक रूप से बिखेर सकता है, मोनिका को भी एक पल ऐसा ही एहसास हुआ। फिर 13 साल की मासूम बच्ची के चेहरे ने थोड़ी ताकत दी, पति के साथ और प्यार ने इस विकराल समस्या से बाहर निकलने और इसके इलाज के लिए प्रेरित किया। परिवार और दोस्तों का साथ मिला और वह कैंसर के इलाज के लिए पहुंचीं।

मोनिका कहती हैं, कई बार मेरे दिमाग में यह प्रश्न आता कि आखिर मैंने ऐसे क्या किया जो यह सब झेलना पड़ रहा है? हालांकि इसी के समानांतर दिमाग के एक कोने में यह भी चलता था कि जीवन में कुछ भी तो आसान नहीं है, फिर भी हम जिए जा रहे हैं। कैंसर भी एक बीमारी है, इसे भी हराया जा सकता है। मोनिका कहती हैं,  कैंसर को हराने के साथ मैं इस समस्या के शिकार अन्य लोगों में भी इसी भाव का संचार करना चाह रही थी, मिस पर्सनालिटी का ताज उसी कड़ी का हिस्सा है।

भारत में इस अनोखे और पहले पेजेंट का आयोजन फैशन डिजाइनर और शाइनिंग रेज ऑफ होप फाउंडेशन की संस्थापक अभिलाषा पटनायक ने किया था। इस आयोजन का विषय था “नथिंग इज क्रॉनिक”। मिस इंडिया कैंसर वारियर पजेंट 2022 में मोनिका का फर्स्ट रनर अप रहना और  मिस पर्सनालिटी का ताज जीतना, कैंसर के कारण जिंदगी से हताश लोगों को कुछ कर गुजरने की प्रेरणा देता है।


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