महिला के हाथ में होगी पिंक बस की स्टेयरिंग…ऋतु कहती हैं,”मैंने बचपन से बस चलाने का सपना देखा है और यह सपना आखिरकार सच हो गया है..मेरे पिता कहते थे कार, बस और ट्रक चलाना पुरुषों का काम है पर अपने सपने को हासिल करने के लिए मैं काफी जिद्दी थी

“महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए इंदौर में बड़ी पहल की गई है। साल 2020 में अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेस लिमिटेड (एआईसीटीएसएल) द्वारा चलाई गई महिलाओं के लिए खास पिंक बस को अब महिला ही चलाएगी। एआईसीटीएसएल ने महिलाओं के लिए खास दो पिंक बसों के चलाने की शुरुआत की थी। इसमें कंडक्टर से लेकर सवारियां तो महिला होती थीं लेकिन बस का चालक पुरुष था। अब इन बसों की स्टेयरिंग भी महिलाओं के हाथ में ही होगी। बस ड्राइविंग ट्रायल में ऋतु नरवाले नामक महिला ने यात्रियों को बैठाकर बस चलाकर परीक्षण पूरा कर लिया है। अगले सप्ताह से वह पूरे दिन यह जिम्मा उठाने को तैयार हैं, यानी की अब यह दो बसें पूरी तरह से महिलाओं को समर्पित हो जाएंगी।

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मुख्यमंत्री ने की तारीफ
एआइसीटीएसएल की ओर से बताया गया है, पिंक बस के लिए दो महिला चालकों ने ट्रायल पूरा किया है। ऋतु नरवाले अगले हफ्ते से पूरे दिन पिंक बस चलाएगीं जबकि दूसरी चालक अर्चना का अभ्यास जारी है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस पहल की तारीफ करते हुए ट्वीट किया, शाबाश ऋतु बेटी! हमारी सरकार की यही कोशिश रहती है कि महिलाओं को अधिक से अधिक अवसर हर क्षेत्र में प्रदान किये जाएँ ताकि वे भी समाज में सम्मान के साथ रहें। ऋतु जैसी और भी बेटियाँ प्रगति की राह पर बढ़ें, मेरी यही कामना है।”

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सपना पूरा हो रहा है
एआइसीटीएसएल, इंदौर में मुख्य सार्वजनिक परिवहन ऑपरेटर है, जिसका नेतृत्व राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी संदीप सोनी करते हैं। ऋतु नरवाले को भले ही बस चलाने की कमान पहली बार सौंपी गई हो, हालांकि वह इससे पहले साल 2015 में बच्चों के स्कूल की वैन चलाया करती थीं। ऋतु कहती हैं, “मैंने बचपन से बस चलाने का सपना देखा है और यह सपना आखिरकार सच हो गया है। मेरे पिता कहते थे कार, बस और ट्रक चलाना पुरुषों का काम है पर अपने सपने को हासिल करने के लिए मैं काफी जिद्दी थी। मुझे ड्राइविंग का शौक था, जोकि अब पूरा हो रहा है। ऋतु  के अलावा दूसरी चालक अर्चना को भी पहले से चालन का अनुभव है।


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