
जहा शिक्षा एक व्यवसाय बन गया है….वही दूसरी ओर निर्धन बच्चो को 14 वर्षो से फ्री कोचिंग दिया जा रहा है….मिसाल है राजनांदगांव जिले का गांव गठुला
राजनांदगांव:-अब राजा का बेटा राजा नही बनेगा,राजा वही बनेगा जो हकदार होगा…वर्तमान दौर में शिक्षा का व्यवसायीकरण हो गया है…वही दूसरी ओर राजनांदगांव से महज 5 किमी की दूरी में गांव गठुला जहा निर्धन परिवार के बच्चो को निःशुल्क कोचिंग दिया जा रहा है।
दो वक्त की रोटी के जद्दोजहद में गरीब परिवारो को बड़े सपने देखना भी एक सपना था।कलेक्टर,इंजीनियर,
वकील,साइंटिस्ट,डॉक्टर बनने का सपना संजोए बच्चो को मार्गदर्शन देने के लिए गांव में एक मुहिम की सुरुआत
की गई।जिसका नाम दिया गया”जय सहकार जनकल्याण समिति”।
जय सहकार जनकल्याण समिति
गांव के गरीब बच्चे जिनके पिताजी ड्राइवर,रोजी-मजदूरी
खेती,करते है।परिवार को चलाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है।ऐसे बच्चों को शिक्षा का उजियारा देने के उद्देश्य से 2004 में इस समिति का गठन किया गया।।प्रारम्भ में लोगो का आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा।प्रमाणिकता सिद्ध होने के बाद में गांव के ही सैकड़ो लोगो का साथ मिला।वर्तमान में 35 बच्चे अभी फ्री कोचिंग ले रहे है।पढ़ाई के साथ-साथ अच्छे इंसान बनने के लिए संस्कारो की शिक्षा भी यहा दी जाती है।
प्रतिभावान छात्रों का सम्मान
शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए छात्रों का सम्मान भी किया जाता है..कोचिंग से पढ़े छात्र/छात्राएं ,नर्सिंग, शिक्षा जैसे अनेक क्षेत्रों में कार्यरत है।व्यवहारिक शिक्षा में भी जोर दिया जाता है।ताकि सभी एक अच्छा इंसान बन सके।
प्रकृति शिक्षक
समिति के वरिष्ठ लोगो का मानना है प्रकृति ही सबसे बड़ा शिक्षक है।इसीलिए पेड़-पौधों,वृक्षारोपण जैसे कार्य समय-समय पर बच्चो को प्रेरित करने के लिए करते रहते है।प्रकृति रोज हमे नए नए शिक्षा देती है,शिक्षा सभी जगह है।उसके नजर में हम सभी एक समान है..हवा,
पानी सभी को एक जैसा ही मिलता है।तो हम क्यो गरीबी अमीरी के खाई को बनाकर बैठे हुए है।शिक्षा में तो सभी का अधिकार है।
समिति में मुख्य रूप से,संजय यादव,किशुन देवांगन,पिंगला गन्धर्व, रामकुमारी साहू,संतोष वर्मा,सविता साहू,गौमात निर्मलकर, जीतलाल देवांगन,दिनेश अवस्थी,लाकेश साहू,जाम बाई गेंडे, सुशीला सेन,योगेश्वरी साहू,आशा वैष्णव,सविता देवांगन,पुनिता साहू,पप्पू साहू,तथा गांव के वरिष्ठ लोग भी शामिल है।एक छोटी सी नेक पहल,कितना बड़ा क्रांति ला देती है।
शिक्षा धन ही ऐसा धन है जो जीवन भर हमारे साथ रहता है..जिंदगी के विषम परिस्थितियों में भी लड़ने का साहस शिक्षा ही देता है।हमारे संविधान में भी शिक्षा के ऊपर ध्यान दिया गया है।जरा गौर करे आपके आस-पास ऐसे कोई भी बच्चा धन के अभाव में आगे पढ़ाई न रोके।
हरसम्भव मदद करे…जैसे जय सहकार जनकल्याण समिति गठुला कर रही है…सत्यदर्शन की पूरी टीम के तरफ से ऐसे शिक्षादूतो को नमन।