
अंतरिक्ष की ओर…आज भारत की बेटी अंतरिक्ष यात्रा पर…बेटी सिरिशा बांदला रचेंगी इतिहास…पूरी दुनिया में लड़कियों के सपनों को मिले पंख
कारवी यादव:-भारत पूरी दुनिया में अपना परचम लहराता है. चाहे कोई भी क्षेत्र हो, किसी न किसी भारतीय का योगदान रहता ही है. अंतरिक्ष के क्षेत्र में भी भारतीय पीछे नहीं हैं और जब अंतरिक्ष यात्रा का जिक्र किया जाता है तो भारत की कल्पना चावला का नाम भी याद आता है. कल्पना चावला एक ऐसा नाम बन गईं, जिसने भारत और पूरी दुनिया में लड़कियों के सपनों को पंख लगा दिए थे. कल्पना चावला के बाद अब अंतरिक्ष का यात्रा करने वालों की लिस्ट में भारत की एक और बेटी का नाम शामिल होने जा रहा है. अमेरिकी अंतरक्षियान कंपनी वर्जिन गेलेक्टिक के मालिक रिचर्ड ब्रैनसन 11 जुलाई को अंतरिक्ष में जाएंगे. यात्रा में उनके साथ भारतीय मूल की सिरिशा बांदला भी होंगी.
कल्पना चावला के बाद अब एक बार फिर से देश की एक और बेटी अंतरिक्ष में उड़ान भरने के लिए तैयार है। अंतरिक्ष की यात्रा को तैयार सिरीशा बंदला आंध्र प्रदेश से आती हैं और उनका जन्म भी यहीं हुआ है।
सिरीशा अब वर्जिन गैलेक्टिक के ‘VSS Unity’ अंतरिक्ष यान में सवर होकर अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरेंगी, इस दौरान उनके साथ 5 अन्य अंतरिक्ष यात्री भी इस मिशन का हिस्सा होंगे। यह उड़ान 11 जुलाई को न्यू मैक्सिको से प्रस्तावित है, जिसमें वर्जिन गैलेक्टिक के फाउंडर रिचर्ड ब्रैनसन भी उड़ान भरने वाले अंतरिक्ष यात्रियों में शामिल हैं।
कंपनी में वाइस प्रेसिडेंट हैं सिरीशा
इस मिशन में सिरीशा की भूमिका एक शोधकर्ता की होगी। इसी के साथ उनके अलावा इस अंतरिक्ष यात्रा पर चालक दल में एक और महिला सदस्य बेथ मूसा भी शामिल हैं। सिरीशा ने 2015 में वर्जिन गैलेक्टिक के साथ काम करना शुरू किया और वर्तमान में वे कंपनी के सरकारी मामलों और अनुसंधान कार्यों की वाइस प्रेसिडेंट हैं।
अमेरिका के टेक्सस राज्य में पली बढ़ीं सिरीशा ने पर्ड्यू विश्वविद्यालय से एयरोस्पेस, एरोनॉटिकल और एस्ट्रोनॉटिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की है। इसी के साथ उन्होंने जॉर्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय से एमबीए की डिग्री भी हासिल की है।
सिरीशा तेलुगु एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (TANA) से भी जुड़ी रही हैं। इस एसोसिएशन को क्षेत्र का सबसे पुराना और सबसे बड़ा इंडो-अमेरिकन संगठन माना जाता है। कुछ साल पहले एसोसिएशन ने सिरीशा को यूथ स्टार अवार्ड से भी सम्मानित किया था।
मालूम हो कि सिरीशा अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की तीसरी महिला अंतरिक्ष यात्री जबकि भारत में पैदा होने वाली दूसरी महिला अंतरिक्ष यात्री हैं। सिरीशा राकेश शर्मा, कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स के बाद चौथी ऐसी अंतरिक्ष यात्री हैं जिनका सीधा संबंध भारत से है।
बेहद खुश है परिवार
सिरीशा के पिता मुरलीधर बंदला एक कृषि वैज्ञानिक हैं। करीब 30 साल पहले वे बेहतर अवसरों के लिए भारत से अमेरिका चले गए और फिलहाल वे भारत में अमेरिकी दूतावास के साथ काम कर रहे हैं।
सिरीशा के दादा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह इस समय बेहद खुश हैं क्योंकि सिरीशा अंतरिक्ष की यात्रा करने वाली केवल दूसरी भारतीय मूल की महिला बनने की तैयारी कर रही हैं।
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने सिरीशा की इस उपलब्धि के बारे में ट्वीट करते हुए उनकी सराहना भी की है।
https://twitter.com/ncbn/status/1410884250090414085?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1410884250090414085%7Ctwgr%5E%7Ctwcon%5Es1_c10&ref_url=https%3A%2F%2Fd-20285623522352831553.ampproject.net%2F2106182132000%2Fframe.html
बेजोस की ब्लू ओरिजिन से हैं मुक़ाबला
वर्जिन गैलेक्टिक की बात करें तो यह कंपनी सब ऑर्बिटल स्पेस टूरिज़्म की दिशा में आगे बढ़ रही हैं और ऐसे में इस कंपनी का सीधा मुक़ाबला अमेज़न के संस्थापक जेफ बेजोस की कंपनी ब्लू ओरिजिन से है। ब्लू ओरिजिन के न्यू शेपर्ड रॉकेट पर अमेज़न के संस्थापक जेफ बेजोस और उनके भाई मार्क 20 जुलाई को उड़ान भरने वाले हैं।
माना जा रहा है कि वर्जिन गैलेक्टिक के वीएसएस यूनिटी स्पेसप्लेन की एक सफल उड़ान निजी कमर्शियल अंतरिक्ष यात्रा के एक नए युग की शुरुआत करने की दौड़ में एक मील का पत्थर साबित होगी।