
जो अपनी वर्तमान स्थिति को चुनौती देते हुए मेहनत और जज्बे से अपने भाग्य को बदलने का इरादा रखते हैं, उनसे शायद ही सफ़लता कभी मुंह मोड़ती है…अनाथ आश्रम में पली पूजा ने गरीबी को पीछे छोड़ ऑल इंडिया ट्रेड टेस्ट में किया टॉप
पिता की मौत के बाद पूजा को मां ने एक अनाथाश्रम में छोड़ दिया था क्योंकि गरीबी की वजह से वो उसका लालन-पालन नहीं कर सकती थीं। लेकिन अद्भुत प्रतिभा की धनी पूजा ने अनाथाश्रम में ही रहकर पढ़ाई-लिखाई पूरी की। साथ ही अब वो आईटीआई में पूरे भारत में महिला वर्ग में शीर्ष स्थान हासिल कर चुकी हैं।
अनाथाश्रम में पली 18 वर्षीय पूजा और एक गरीब मजदूर के बेटे सई ने ऑल इंडिया ट्रेड टेस्ट यानी कि आईटीआई में टॉप किया है। क्राफ्ट्समैन ट्रेनिंग स्कीम के तहत हुई इस परीक्षा में दोनों ने करीब 25 लाख बच्चों को पीछे छोड़ते हुए राष्ट्रीय स्तर पर अंक हासिल किए हैं। 18 साल की पूजा और 25 साल के सई चरण दास सरकार द्वारा चलाए जा रहे ट्रेनिंग प्रोग्राम इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट भवानीपटना में मैकेनिक मोटर व्हिकल के छात्र हैं।
एआईटीटी ने इस परीक्षा को वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए कराया था। फरवरी में सम्पन्न हुए इस परीक्षा का नतीजा मई के आखिरी दिन घोषित किया गया।जिसमे सई और पूजा ने महिला और पुरुष वर्ग में टॉप रैंक हासिल की है। पूजा के पिता का बचपन में ही देहांत हो गया था। जिसके बाद मां ने उसे चाइल्ड केयर सेंटर में डाल दिया था। पढ़ने में अव्वल पूजा ने आईटीआई करने के दौरान भी ट्रेनी के तौर पर कई बार प्रतिभा का प्रदर्शन किया था।