महिला को प्रसव पीड़ा हुई तो मौके चिकित्सीय सहायता न होने के बावजूद महिला पुलिस अफसर ने उनकी स्टेशन पर ही सफल डिलिवरी कराकर इंसानियत की मिसाल कायम की

वर्दी वालों को हमेशा कठोर माना जाता है, लेकिन वर्दी के पीछे जो अफसर होता है, उसके भीतर भी संवेदनाएं होती हैं, वो भी किसी के दुख, तकलीफ को असानी से समझ लेता है, बस जाहिर नहीं करता। ऐसी ही एक अफसर हैं गोरखपुर स्टेशन पर तैनात आरपीएफ की महिला पुलिस अधिकारी प्रियंका सिंह। इस महिला पुलिस ने इंसानियत की मिसाल कायम की और मौत के मुंह से एक नन्हीं सी जान को खींच लाईं। गोरखपुर रेलवे स्टेशन एक महिला बिहार जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रही थी। महिला गर्भवती थी और कोरोना संकट के बीच अपने गांव जाने की तैयारी कर रही थी। इसी बीच महिला को प्रसव पीड़ा होने लगी। महिला ने आसपास खड़ी महिलाओं से मदद मांगी पर कोई भी आगे नहीं आया और महिला दर्द से तड़पने लगी। इसी बीच सूचना मिलने पर जीआरपी की महिला पुलिस अफसर प्रियंका सिंह मौके पर पहुंचे और महिला को सहारा दिया। अन्य महिलाओं व सहयोगियों की मदद से प्रियंका ने पीड़िता का सुरक्षित प्रसव स्टेशन पर ही कराया।

महिला को घर भी भिजवाया
प्रसव होने के बाद प्रियंका ने पास की एक महिला डॉक्टर को संपर्क किया और स्टेशन पर बुलाया। डॉक्टर ने पहुंचकर महिला और बच्चे की जांच की और पाया कि दोनों स्वस्थ हैं। ये देखकर प्रियंका ने राहत की सांस ली। महिला को कुछ घंटे आराम कराने के बाद प्रियंका ने उस महिला को कुछ मदद की और ट्रेन में बैठाकर उनके गंतव्य तक रवाना किया। इस दौरान पीडि़त महिला और उसके ससुर ने पुलिस के इस रूप को देखकर उनकी बहुत प्रशंसा और दुआएं दी। उन्होंने कहा कि पुलिस ने इंसानियत की एक अलग मिसाल पेश की है, इनकी यह मदद हम ताउम्र याद रखेंगे।


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