
बदलाव… “सुईं धागा टीम”नारी शिक्षा और सशक्तिकरण का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है…वैश्विक मंच पर पूरे छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया…NACHA ने नारीशक्ति को सलाम करते हुए सम्मानित किया है
कमलेश यादव:विश्व प्रसिद्ध फ्रांसीसी शासक नेपोलियन बोनापार्ट जैसे योद्धा का भी कहना था कि यदि नारी अशिक्षित है तो राष्ट्र की उन्नति संभव नहीं है। परिवार में एक स्त्री तीन रूपों में अपनी भूमिका का निर्वाह करती है। आरंभ में एक पुत्री, तत्पश्चात एक पत्नी और फिर एक माँ। एक शिक्षित नारी अपनी तीनों भूमिकाओं को अच्छी तरह समझ सकती है तथा अपने कर्तव्यों का भली-भांति निर्वहन कर सकती है।इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए छत्तीसगढ़ के कोंडागांव ज़िले के छोटे से ग्राम पंचायत चौड़ंग में नारी शक्ति की प्रतीक सुईं धागा टीम ने नया कीर्तिमान रचा है।
ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को शैक्षिक,आर्थिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से पिछड़ा माना जाता रहा है, अब इस पिछड़ेपन को दूर करने के लिए कोंडागांव की ग्राम पंचायत चौड़ंग की नारी शक्ति ने सुईं धागा टीम के माध्यम से आर्थिक स्वतंत्रता की नए रास्ते और अवसर तलाशे है।हाल ही में छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के अवसर पर उत्तरी अमेरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन (NACHA) ने सुईं धागा टीम को सम्मानित किया है।यह सम्मान केवल बस्तर का नही वरन पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है।ज्ञात हो कि टीम सुईं धागा ग्राम पंचायत चौड़ंग की स्वावलंबी योजना है जिसके माध्यम से महिलाओं को रोजगार के साथ साथ एक वैश्विक मंच मिल रहा है।
नारी ने घर से बाहर निकलकर जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में पुरुषों के समान अपनी सहभागिता निभाई है। साहित्य सृजन के क्षेत्र में वह महाश्वेता देवी हैं तो विज्ञान के क्षेत्र में कल्पना चावला। समाज कल्याण के क्षेत्र में वह मदर टेरेसा हैं तो राजनीति के क्षेत्र में वह स्वर्गीय श्रीमति इंदिरा गाँधी जैसी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की नेता के रूप में स्थापित।
आज के प्रगतिशील समय में भी यह देखने में आया है कि समाज के कुछ वर्गों द्वारा अभी भी नारी शिक्षा और स्वावलंबी को नजर अंदाज़ किया जाता है। ऐसे में एक रुढ़िवादी क्षेत्र कोंडागांव की सुईं धागा टीम आर्थिक तंत्र में प्रवेश कर एक मील के पत्थर के समान है। सामाजिक व्यवस्था परिवर्तन का द्योतक यह ग्राम पंचायत चौड़ंग नारी शिक्षा और सशक्तिकरण का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है।
टीम सुईं धागा ग्राम पंचायत चौड़ंग की योजना नवा उजर के अन्तर्गत ग्रामीण युवक युवतियों के स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से स्थापित पायलट प्रोजेक्ट है |सेंटर की युवतियां सिलाई के अतिरिक्त विभिन्न खेलकूद,बौद्धिक व जैविक कृषि के साथ समाजपयोगी कार्यों में लगे हैं।सत्यदर्शन सुईं धागा टीम की सभी नारी शक्तियों को बारम्बार नमन करता है,आप सभी ऐसे ही पूरे भारत मे छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाते रहें।
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