किताबों के प्रति जागरुक करने के लिए स्टूडेंट्स ने मिलकर एक शानदार कम्युनिटी लाइब्रेरी का निर्माण किया है

भले ही लोग कहते हो कि डिजिटल युग में लोग किताबों से दूर हो रहे हैं,लेकिन कम्युनिटी लाइब्रेरी पहुंचने पर यह मिथक खुद से टूट जाता है। पढ़ने के लिए कम्युनिटी लाइब्रेरी में हर दिन लोग पहुंचते हैं। जिनमें विद्यार्थी रिटायर्ड ऑफिसर्स शामिल हैं।इस लाइब्रेरी को बनाने के लिए सभी विद्यार्थियों का सामूहिक प्रयास निश्चित ही काबिलेतारीफ है।

अरुणाचल प्रदेश के तवांग शहर में स्थानीय लोगों को किताबों के प्रति जागरुक करने के लिए कुछ स्टूडेंट्स ने मिलकर एक शानदार कम्युनिटी लाइब्रेरी का निर्माण किया है. खास बात यह है कि स्टूडेंट्स ने इस कम्युनिटी लाइब्रेरी को खुद अपने हाथों से तैयार किया. इसके लिए वो राजमिस्त्री और बढ़ई खुद बन गए और इलाके में जर्जर पड़ी एक पुरानी इमारत का नक्शा बदलकर रख दिया.

https://twitter.com/PemaKhanduBJP/status/1325267347234418688?s=19

राज्य के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कम्युनिटी लाइब्रेरी की कुछ तस्वीरें साझा की हैं. उन्होंने स्थानीय छात्रों के इस प्रयास की प्रशंसा भी की. उन्होंने लिखा,”तवांग के छात्रों ने मिलकर इस सुंदर कम्युनिटी लाइब्रेरी का निर्माण किया है. सुदृढ़ीकरण, शटरिंग, बढ़ईगीरी, चिनाई, छत आदि का पूरा निर्माण कार्य छात्रों द्वारा ही किया गया है. खास वातावरण के कारण यहां औसत युवा ऐसे कार्य कौशल रखते हैं”

छात्रों ने कम्युनिटी लाइब्रेरी तैयार कर समाज के लिए एक बढ़िया मिसाल पेश की है. स्टूडेंट्स का मानना ​​है कि कलम तलवार से ज्यादा ताकतवर होती है.


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