नेक पहलःग्राम पंचायत में सजग का प्रयास टेलीविजन से भी…टीवी दिखाकर समझाया, सुपोषण और कुपोषण का फर्क

राजनांदगांव। सुपोषण के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग एवं समाज के जागरूक लोगों की ओर से लगातार अभिनव प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में शहर से सटे ग्राम पंचायत गठुला में भी एक अभिनव पहल की गई, जिसमें लोगों को टेलीविजन दिखाकर कुपोषण के दुष्परिणाम और सुपोषण के मायने समझाए गए।

जिले के बोरी सेक्टर की ग्राम पंचायत गठुला और जोरातराई में महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी रेणु प्रकाश और सेक्टर पर्यवेक्षक कमलवती मरकाम के निर्देशन में ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता व पोषण दिवस मनाया गया। इस दौरान सजग परामर्श केंद्र सहित अलग-अलग काउन्टर में पोषण एवं स्वास्थ्य और स्वच्छता संबंधी सेवाएं दी गईं। गर्भावस्था के दौरान खान-पान और सतर्कता से संबंधित वीडियो दिखाए गए। दरअसल, जो टेलीविजन (टीवी) यहां मनोरंजन के साथ-साथ लोगों के लिए जागरूक होने का बेहतरीन जरिया बनाए वह टेलीविजन ग्राम पंचायत को सरपंच गौरव कुमार बोरकर ने भेंट किया है। सरपंच ने सिर्फ इसी सोच के साथ यह नेक पहल की है, ताकि लोग जागरूक हो सकें। इस संबंध में सरपंच गौरव कुमार ने बताया, कुपोषण के खिलाफ जंग जीतने के लिए लोगों को सुपोषण के प्रति जागरूक करना बहुत जरूरी है।

विशेषकर, गर्भवती महिलाओं या शिशुवती माताओं को बच्चों में कुपोषण दूर कर सुपोषण के लिए प्रेरित करने हेतु टीवी भी एक सशक्त माध्यम हो सकता है, इसीलिए ग्राम पंचायत भवन में टीवी लगवाया गया है। यही टीवी उन स्थानों पर भी उपलब्ध कराया जाता है, जहां पर स्वास्थ्यए स्वच्छता या पोषण तिहार जैसे कई जन जागरूकता तथा सेवा से जुड़े कार्य किए जाते हैं। इसके माध्यम से समय-समय पर लोगों को स्वास्थ्य के साथ ही विभिन्न ज्ञानवर्धक जानकारी प्रदान करने का प्रयास किया जाता है।

वहीं आंगनबाड़ी क्रमांक-5 गठुला की कार्यकर्ता पुष्पा साहू ने बताया, ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता व पोषण दिवस के अवसर पर गठुला में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। अलग-अलग काउन्टर में पोषण एवं स्वास्थ्य और स्वच्छता संबंधी सेवाएं दी गईं। आंगनबाड़ी केंद्र परिसर में ही बनाए गए सजग परामर्श केंद्र में गर्भवती महिलाओं व शिशुवती माताओं को बच्चों में कुपोषण दूर कर सुपोषण लाने के लिए स्वच्छता के साथ जरूरी खान-पान की जानकारी दी गई और पोषण आहार का सेवन करने हेतु प्रेरित किया गया। उन्होंने बताया, एनीमिया, ऊपरी आहार, गर्भावस्था के दौरान खान-पान और सतर्कता से संबंधित वीडियो दिखाए गए तथा सजग के प्रेरक संदेश भी सुनाए गए। बताते चलें कि कोरोना संक्रमण के संभावित खतरे की वजह से बच्चों का लालन-पालन या पोषण प्रभावित न हो, इस लिहाज से समाजसेवी संस्था सेंटर फार लर्निंग रिसोर्सेस (सीएलआर) ने सजग नाम से पालकों के लिए संक्षिप्त आडियो संदेशों की श्रृंखला तैयार की है, इन आडियो संदेशों में माता-पिता के लिए सरल सुझाव दिए गए हैं, ताकि वह अपने बच्चों के लिए प्यार से अच्छी सेहत के लिए बेहतर वातावरण तैयार कर सकें। यह आडियो संदेश पालकों को सकारात्मक ऊर्जा तो प्रदान करते ही हैं, साथ ही उन्हें यह ज्ञान भी मिलता है कि बच्चों के समग्र विकास हेतु कठिन परिस्थितियों में भी वह क्या बेहतर कर सकते हैं। सजग आडियो कार्यक्रम का क्रियान्वयन महिला एवं बाल विकास विभाग तथा सीएलआर के द्वारा किया जा रहा है।

सजग आडियो तथा सजग परामर्श केंद्र के संबंध में सीएलआर की दुर्ग संभाग कार्यक्रम अधिकारी अमृता भोईर ने बताया, कोरोना संक्रमण जैसे कठिन समय में भी सजग कार्यक्रम पूरे छत्तीसगढ़ में क्रियान्वित किया जा रहा है और इसके आडियो संदेशों की श्रृंखला पूरे 35,000 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रयासों से लाखों परिवारों तक पहुंचाए जा रहे हैं। ग्राम पंचायत गठुला और जोरातराई में ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता व पोषण दिवस के अवसर भी लाभार्थियों को सजग के संदेश सुनाए गए।


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